यूपी के सभी 75 जिलों में एक साथ होगी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे शुभारंभ

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RGAन्यूज़

ground breaking ceremony उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डालर अर्थव्यवस्था बनाने के संकल्प के साथ ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी आयोजित की जा रही है। मंत्री नंदगोपाल गुप्ता नंदी ने तैयारी का जायजा लिया। उनका जोर था कि बुजुर्ग अतिथियों व उद्यमियों को आवागमन में किसी प्रकार की दिक्कत न 

योगी सरकार की तीसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का शुभारंभ तीन जून को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे।

लखनऊ,  योगी सरकार की तीसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का शुभारंभ तीन जून को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे। समारोह में शामिल होने के बाद देश-विदेश के कई बड़े उद्यमी और औद्योगिक घरानों के प्रतिनिधि आ रहे हैं। इसके साथ ही सरकार ने तय किया है कि उसी दिन सभी 75 जिलों में एक से तीन करोड़ रुपये तक की निवेश परियोजनाओं का भूमिपूजन समारोह कराया जाएगा। वहां लखनऊ में होने जा रहे समारोह का सीधा प्रसा

उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डालर अर्थव्यवस्था बनाने के संकल्प के साथ ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी आयोजित की जा रही है। इसमें 70 हजार करोड़ रुपये की निवेश परियोजनाओं का भूमिपूजन करने का लक्ष्य है। सरकार की ओर से देश के सभी प्रमुख उद्योगपतियों को निमंत्रण भेजा गया है। कार्यक्रम स्थल इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान का निरीक्षण करने के बाद औद्योगिक विकास विभाग के मंत्री नंदगोपाल गुप्ता 'नंदी' ने संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने तैयारियों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिया कि ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह का आयोजन केवल लखनऊ नहीं, बल्कि प्रदेश के सभी 75 जिलों 

वहां एक करोड़ से तीन करोड़ रुपये तक निवेश करने वाले उद्यमियों के लिए समारोह होगा और प्रधानमंत्री के कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया जाएगा। इस तरह जिलों से भी उद्यमी सीधे ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी-3 से जुड़ सकेंगे। इसके लिए सभी तैयारियां कर ली जाएं। नंदी ने कहा कि कार्यक्रम में आने के लिए प्रत्येक उद्यमी को व्यक्तिगत रूप से ईमेल भेजा जाए। लाइजन अफसर की तैनाती करें, जो उद्यमियों और अतिथियों को हर जानकारी देने के साथ ही समस्या का समाधा

मंत्री का जोर था कि बुजुर्ग अतिथियों व उद्यमियों को आवागमन में किसी प्रकार की दिक्कत न हो। उन्हें बहुत ज्यादा पैदल न चलना पड़े।समारोह परिसर में आने के बाद बुजुर्गों को कार्यक्रम स्थल तक लाने के लिए गोल्फ कार्ट की व्यवस्था की जाए। होटलों में रुकने वाले उद्यमियों को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान तक लाने के लिए शटल बस 

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