विकल्प संस्था ने तालाबों को पुनर्जीवित करने का उठाया बीड़ा

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RGAन्यूज़ सह संपादक अमित मिश्रा

बरेली। विकल्प संस्था के निमंत्रण पर श्रमदान के पांचवें दिन कई सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने श्रमदान में भाग लिया। अध्यक्ष राज नारायण ने बताया हजारों वर्षों में पृथ्वी के भूगर्भ में संचित जल जिस तेजी से समाप्त हो रहा है तथा भूगर्भ जल को रिचार्ज करने वाले लगभग सारे पुराने तालाबों को पाट दिया गया।आने वाले वर्षों में सारा देसी चेन्नई बन जाएगा विकल्प संस्था ने कई वर्षों से तालाबों को पुनर्जीवित करने का बीड़ा उठाया है और उन्होंने कई तालाबों को पुनर्जीवित किया भी है इस बार वह फिर से एक नए तालाब को पुनर्जीवित करने के लिए श्रमदान कार्यक्रम आयोजित किया है जिसमें विकल्प संस्था के निमंत्रण पर शहर की अन्य सामाजिक संस्थाएं भी हाथ बंटा रही है।
श्रमदान के पांचवें दिन कई सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने श्रमदान में भाग लिया। सिविल सोसाइटी बरेली से निकेत टंडन, सी एम राठौर, सौगात से करिश्मा, पायल, कृतिका, भोले की पाठशाला से दीक्षा विकल्प से गोपाल दीपक तथा सहसिया गांव से पायल एवं रजत गंगवार ने पूरे समय श्रमदान में भाग लिया। राहगीरों ने भी कौतूहल से काफी देर श्रमदान देखने के बाद खुद भी हाथ लगाया। रजत गंगवार को सबसे तेज गति से खुदाई करने के लिए विकल्प संस्था के अध्यक्ष राज नारायण ने पुरस्कृत किया । सर्व धर्म प्रार्थना के साथ आज का श्रमदान पूर्ण हुआ।

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