खतरा फिर बढ़ रहा लेकिन मास्क लगाना छोड़ दिया यानी सुरक्षा से मुंह मोड़ लिया

Praveen Upadhayay's picture

RGAन्यूज़

कोरोना से सुरक्षित रहने के लिए सबसे पहली दीवार मास्क और शारीरिक दूरी है। लेकिन लोग सुरक्षा के इस उपाय को भूल बैठे हैं जबकि खतरा मंडरा रहा है। कटरा बाजार चौक बरामदा कोठापारचा रोशनबाग सुलेमसराय कीडगंज

कोरोना से सुरक्षित रहने के लिए सबसे पहली दीवार मास्क और शारीरिक दूरी है।

 

प्रयागराज, । जिन्हें लग रहा है कि कोरोना वायरस से अब राहत है वह गलतफहमी में हैं। घर से बाहर लोगों ने मास्क लगाना छोड़ दिया है। बाजारों से लेकर अस्पताल तक यही हाल है। अपनी सुरक्षा से यह बेफिक्री तब है जब महामारी विशेषज्ञों ने जून में चौथी लहर की आशंका पहले ही जताई है। इसके संकेत भी दिख रहे हैं। बीते 30 दिन में 80 लोग संक्रमित हो चुके हैं।

खतरा आसपास ही, प्रत्येक दिन संक्रमित हो रहे औसत तीन लो

कोरोना से सुरक्षित रहने के लिए सबसे पहली दीवार मास्क और शारीरिक दूरी है। लेकिन लहरों के शांत पड़ते ही लोग सुरक्षा के इस उपाय को भूल बैठे हैं, जबकि कोरोना वायरस खतरा मंडरा रहा है। कटरा बाजार, चौक, बरामदा, कोठापारचा, रोशनबाग, सुलेमसराय, कीडगंज की भीड़ भरी बाजार में कोरोना की फिक्र किसी को नहीं है। जिन दुकानदारों ने लाकडाउन से सिलसिलेवार ढील मिलने के दौरान सुरक्षात्मक उपाय किए थे उनके यहां भी कोरोना की आशंका ताख पर ह

चिंताजनक हैं आंकड़े

बीते 30 दिनों में नौ दिन ऐसे रहे जब कोरोना संक्रमित चार या इससे अधिक मिले। सर्वाधिक सात लोग आठ मई को संक्रमित हुए थे। सात, 24 और 26 मई को छह-छह लोग संक्रमित हुए। 25 और 29 मई को पांच-पांच लोग तथा 11, 14 और 28 मई को चार-चार लोगों को कोरोना संक्रमण हुआ। 21, 22 और 23 मई के दिन ही ऐसे रहे जब जिले में एक भी कोरोना संक्रमित नहीं मिले थे। अन्य दिनों में एक से तीन लोग प्रत्येक दिन संक्रमित

रखनी होगी सतर्कता

कोरोना को हमें नजरअंदाज नहीं करना है। विशेषज्ञों की आशंका सही हो सकती है इसलिए सतर्कता रखनी होगी। अधिकांश लोगों को टीके लग चुके हैं। बूस्टर डोर भी लोग लगवा लें। घर से बाहर जाएं तो मास्क लगाएं क्योंकि वायरस को कमजोर समझना उचित नही​

Scholarly Lite is a free theme, contributed to the Drupal Community by More than Themes.