अलीगढ़ में जन चेतना यात्रा निकाल लोगों को किया जागरूक

Praveen Upadhayay's picture

RGAन्यूज़

अलीगढ़ में विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर नशाखोरी के खिलाफ जन चेतना यात्रा निकाली गई। ग्रामीणों को नशाखोरी के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक किया गया। जन चेतना यात्रा के दौरान नारे लगाकर नशे की बुरी आदत छोड़ने को जागरूक किया

अलीगढ़ में जन चेतना यात्रा निकाल लोगों को किया जागरूक

अलीगढ़, अलीगढ़ के इगलास में परोपकार सामाजिक सेवा संस्था द्वारा गांव तोछीगढ़ में विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर नशाखोरी के खिलाफ जन चेतना यात्रा निकाली गई। ग्रामीणों को नशाखोरी के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक किया गया। जन चेतना यात्रा के दौरान नारे लगाकर गांव की गलियों में ग्रामीणों को नशे की बुरी आदत छोड़ने को जागरू

संस्था के अध्यक्ष समाजसेवी इंजीनियर जतन चौधरी ने कहा कि 31 मई को दुनिया भर में हर साल विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य तंबाकू सेवन के व्यापक प्रसार और नकारात्मक स्वास्थ्य प्रभावों की ओर ध्यान आकर्षित करना है, जो वर्तमान में दुनिया भर में हर साल 70 लाख से अधिक मौतों का कारण बनता है। 1987 से पूरे संसार में विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाता है। हर साल यह दिन किसी न किसी थीम के साथ मनाया जाता है और इस वर्ल्ड नो टोबैको डे की थीम युवाओं पर ध्यान देते हुए रखी गई है। इस बार साल 2022 की थीम है- "पर्यावरण की सुरक्षा करें। इससे न सिर्फ लोग बीमारियों से बचेंगे, बल्कि पर

आज तंबाकू का सेवन नहीं करने का संकल्प लें क्योंकि तंबाकू का सेवन कैंसर जैसी कई घातक बीमारियों का कारण बनता है। विश्व तंबाकू निषेध दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य तंबाकू के खतरों और स्वास्थ्य पर इसके नकारात्मक प्रभावों के प्रति लोगों में जागरूकता फैलानी है। साथ ही, निकोटीन और तंबाकू व्यवसाय का पर्यावरण पर पड़ने वाले बुरे प्रभावों के प्रति जागरूकता अभियान चलाना और इससे होने वाली बीमारियों व मौतों को कम करना भी है

जन चेतना यात्रा के दौरान नारे लगाकर किया जागरूक

"टीबी-केंसर मौत की सीढ़ी, बंद करो ये गुटखा-बीड़ी"

"नशा नाश की जड़ है भाई, इसने घर में आग लगाई"

"बीड़ी पीकर खांस रहा है, मौत के आगे नाच रहा है"

" जिंदगी को ना यूं धुंए में उड़ाओ, होश में आओ-होश में आओ"

"जो तंबाकू को गले लगाएगा, बाप से पहले जायेगा"

तंबाकू का सेवन न करने कि लें 

तम्बाकू में निकोटिन नामक रसायन की मात्रा सबसे अधिक पायी जाती है। निकोटिन, इन्सान को नशे का आदी तो बनाता ही है। साथ में इसके प्रभाव से मानव शरीर में अनेकों प्रकार की कैंसर जैसी भयंकर बीमारियों को जन्म भी देती है। निकोटिन के प्रभाव के चलते व्यक्ति को भूख, प्यास, दिमाग आदि काम करना बंद कर देता है। इसके चलते धीरे-धीरे व्यक्ति पूर्ण रूप से बिना नशे के जीवित नहीं रह पाता है।

वहीं नशा एक दिन व्यक्ति के जीवन के अंत का कारण भी बनता है। ऐसे में एक तरफ जहां व्यक्ति खुद को नशे के चलते बर्बाद तो करता ही है और नशे के कारण उसके साथ के रहने वाले परिवार और आसपास के लोग भी बहुत अधिक प्रभावित होता है। इसलिए आज से ही शपथ लें कि तंबाकू का सेवन नहीं करेंगे और साथ ही अगर कोई कर रहा होगा तो उसे इसके प्रति जागरूक करेंगे।

इस अवसर पर शिवम चौधरी, गोपाल उपाध्याय, अनंत शर्मा, केशव, संदीप, आकाश, सौरभ चौधरी, आयुष, कंचन सिंह, मोहित सिंह, गगन चौधरी, कोमल भारती, सूरज चौधरी, दीपक सिंह, हिमांशू, रॉकी, सचिन, शैलू, करन, आदर्श, हनी, अरुन, हिमांक, दुष्यंत, काव्या, साधना, संजना, भावना, पलक, तनु दीपा, दीया, साक्षी, क्षमा, क

 

Scholarly Lite is a free theme, contributed to the Drupal Community by More than Themes.