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इंद्रेश कुमार ने कहा कि शुक्रवार इबादत का दिन है। इस दिन जरूरतमंदों का साथ देना चाहिए। कानपुर व प्रयागराज में कुछ लोगों ने बहकावे में आकर शुक्रवार को पत्थरवार बना दिया है। मुस्लिमों को अपनी भलाई के बारे में खुद
इंद्रेश कुमार सद्भावना मंच की ओर से आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए।
बरेली, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश कुमार ने बुधवार को कहा कि वाराणसी और मथुरा में मंदिरों पर कब्जे कर मस्जिदें बनाई गईं। इस्लाम में कब्जा करना नाजायज है इसलिए ऐसे धर्मस्थल नापाक हुए। इनमें की गई दुआ कूबूल नहीं होगी। मुस्लिमों को विचार करना चाहिए। औरंगजेब और बाबर को प्रेरणा बनाकर उन्हें भड़काया जा रहा है। गलत कार्य करने वालों के साथ कैसा बर्ताव हो, इस संबंध में रावd
वह रोटरी भवन सभागार में भारतीय सद्भावना मंच की ओर से आयोजित संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। अमृत महोत्सव पर आयोजित इस कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि शुक्रवार इबादत का दिन है। इस दिन जरूरतमंदों का साथ देना चाहिए। कानपुर व प्रयागराज में कुछ लोगों ने बहकावे में आकर शुक्रवार को पत्थरवार बना दिया है। मुस्लिमों को अपनी भलाई के बारे में खुद सोचना चाहिए। उन्हें किसी चीज पर पाबंदी नहीं है। कुछ लोग उन्हें भड़का देते इसलिए फरिश्ता के बजाय शैतान बन जाते हैं। शैतान को जहन्नुम में ही स्थान मिलेगा। भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा पर कहा कि उन्होंने अटपटा बयान दिया इसलिए पार्टी से निकाल दिया गया। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, आजम खां, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कई बार आपत्तिजनक बयान दे चुके, उन्हें उनकी पार्टी से क्यों नहीं निकाला गया।
ओवैसी और तौकीर पर कहा: उन्होंने कहा कि आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी और इत्तेहाद ए मिल्लत के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खां अशांति फैलाने वाले बयान देते हैं। यदि उन्हें आमजन के लिए राजनीति करनी होती तो अस्पताल या स्कूल बनवाते। ठेकेदार बनने वाले ऐसे लोगों को दुनिया से पैसा मिल रहा है। ये लोग अपनी राजनीति चमकाने के लिए रात के अंधेरे में वोटों का सौदा करते हैं। तीन तलाक पर कहा कि सरकार ने इसे खत्म करने के लिए कानून बनाया तो कुछ लोगों ने मुद्दा बना दिया। बोले, हमारे यहां अरब से इस्लाम आ गया, यूरोप से ईसाई आए, हमने सभी को अपनाया। हर सौ-दो मीटर दूरी पर एक धर्मस्थल दिख जाएगा। इन देशों में हमारे धर्मस्थल ऐसी स्थिति में नहीं दिखेंगे, हमारी गीता और रामायण को इस तरह न