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बारिश का मौसम है। कभी तापमान और उमस बढ़ने से पसीना आ रहा है तो कभी बादलाें के छाने पर ठंडी हवा और बारिश में भीगने से शरीर में सिहरन। इस मौसम में ज्यादातर लोग वायरल फीवर के शिकार बन रहे ह
यदि बुखार पांच दिन बना रहता है तो जांच कराना जरूरी हो जाता है।
आगरा, । बारिश का दौर है। कभी तेज धूप है तो कभी बूंदाबांदी। इस मौसम में वायरल संक्रमण फैल रहा है, इस बार ठंड लगकर तेज बुखार आ रहा है। सामान्य तौर पर तीन से चार दिन में ठीक होने वाला वायरल बुखार पांच से सात दिन तक चल रहा है।
फिजीशियन डा. बीके अग्रवाल ने बताया कि इस मौसम में वायरल संक्रमण फैल रहा है, इस बार वायरल संक्रमण में तेज बुखार आ रहा है और पांच से सात दिन में मरीज ठीक हो रहे हैं। पैरासीटामोल, एंटी एलर्जिक दवा के साथ भाप लें। बुखार ठीक होने के बाद खांसी की समस्या बनी रह सकती है। चार से पांच दिन बाद भी बुखार न उतरे तो जांच करा लें। दरअसल इस समय कोरोना वायरस संक्रमण भी दुबारा से बढ़ रहा है और दोनाें के ही लक्षण लगभग एक जैसे हैं। इसलिए लंबे समय तक बुखार बने रहने पर जांच कराना ज्यादा
ये करें
− बुखार और सर्दी जुकाम होने पर पैरासीटामोल टैबलेट ले सकते हैं।
− दो से तीन दिन बाद भी बुखार ठीक न होने पर डाक्टर से परामर्श ले लें।
− सुबह और शाम भाप लें।
− तरल पेय पदार्थ का सेवन अधिक करें।
− फास्ट फूड, आइसक्रीम का सेवन न करें।
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