

RGAन्यूज़
चौक के पंजाबी मार्केट से सटी गल्ला मंडी तंग गलियों में है। यहां रविवार सुबह करीब सात बजे मंडी के ही दुकानदार सलमान ने सबसे पहले फूलचंद की दुकान में धुआं उठता देखा। उसने बिना देर किए आसपास के लोगों को बताया
लपटों ने किराना और कास्मेटिक की सात दुकानों को जलाकर राख कर दिया।
प्रयागराज, प्रतापगढ़ शहर की गल्ला मंडी में रविवार सुबह आग लग गई। लपटों ने किराना और कास्मेटिक की सात दुकानों को जलाकर राख कर दिया। दुकानदारों व फायर ब्रिगेड के जवानों ने भारी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया नहीं तो और भी दुकानों के चपेट में आने का खतरा था।
सुबह मंडी में धुआं उठता देख चीख पड़ा दुकानदार
चौक के पंजाबी मार्केट से सटी गल्ला मंडी तंग गलियों में है। यहां रविवार सुबह करीब सात बजे मंडी के ही दुकानदार सलमान ने सबसे पहले फूलचंद की दुकान में धुआं उठता देखा। उसने बिना देर किए आसपास के लोगों को बताया। कुछ दुकानदारों को फोन से आग लगने की जानकारी दी। यह पता चलते ही दुकानदार भागते हुए वहां पहुंचे। तब तक दुकानदारों की सूचना पर फायर ब्रिगेड की चार गाड़ियां लेकर जवान भी आ पहुंचे।
दुकानदारों और दमकल कर्मियों ने आग बुझाने का काम शुरू किया। लगभग एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। इस अग्निकांड में किराना विक्रेता मोहम्मद सलीम, फूलचंद केसरवानी, लल्लू पटेल और कम्मू की दुकानें जल गईं। इसके साथ ही मोहम्मद रिजवान की कास्मेटिक और किफायत उल्ला की सिंवई की दुकान भी नहीं बची। दुकानों में जो थोड़ा बहुत सामान बचा भी था, वह आग बुझाने में पानी की बौछार से नष्ट हो गया
आग से मंडी में अफरा-तफरी मची रही। भारी मात्रा में जला और अन्य खाद्य पदार्थ इधर उधर बिखर गया। जानकारी होने पर व्यापार मंडल के पदाधिकारी और पुलिस के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। शार्ट सर्किट से आग लगने की आशंका जताई जा रही है। अग्निशमन अधिकारी प्रभाकर पांडेय का कहना है कि आग कैसे लगी इसकी जांच की जाएगी। नुकसान की रिपोर्ट भी बनेगी।
दो दशक पहले भी दहकी थी
गल्ला मंडी में दो दशक पहले भी आग लगी थी। उसमें 64 दुकानें स्वाहा हो गईं थीं। वर्ष 1998 के उस हादसे को अब तक व्यापारी नहीं भूल पाए हैं। कई साल के श्रम के बाद मंडी फिर से आबाद हुई थी तो अब फिर यह घटना हो गई। गनीमत रही कि इसमें कम क