बच्चा चोरी की अफवाहों के बीच सामने आई घटना, नर्सरी छात्र को लेने पहुंची वृद्धा, प्रधानाचार्या के फोन मिलाते ही गायब

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RGAन्यूज़

Agra मंडल में इन दिनों बच्चा चोर गैंग सक्रिय है। मथुरा में रेलवे स्टेशन से बच्चा चोरी हुआ। वृंदावन में भी मासूम चोरी हो गई। जगदीशपुरा के आवास विकास कालोनी स्थित पब्लिक स्कूल की घटना। छात्र के पिता विद्युत विभाग में कर्मचारी ह

Agra News: अभिभावकों को अपहरण की साजिश की आशंका।

आगरा। बच्चा चोरी की अफवाहों के बीच आगरा के एक पब्लिक स्कूल में वृद्धा नर्सरी के छात्र की पर्ची लेकर स्कूल पहुंच गई। स्टाफ से छात्र काे सुपर्दगी में देने की कहा, लेकिन प्रधानाचार्या ने सतर्कता दिखाई। उन्होंने छात्र की मां काे फोन मिलाया तो पता चला कि बच्चे काे स्कूल नहीं भेजा था। इस बीच वृद्धा वहां से निकलकर गायब हो गई। विद्युत विभाग में कर्मचारी मासूम के पिता और मां को अपहरण की साजिश की आशंका है।

आवास विकास कालोनी में रहते हैं परिवारवाले

जगदीशपुरा की आवास विकास कालोनी सेक्टर चार निवासी चंद्र प्रकाश कोली दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड में तकनीशियन हैं। वर्तमान में अछनेरा सब स्टेशन पर तैनात हैं। परिवार में पत्नी चंचल, चार वर्षीय पुत्र गौरांश और छोटा बेटा डेढ़ वर्ष का है। चंद्र प्रकाश ने बताया चार वर्षीय पुत्र घर के पास ही सेंट पाल पब्लिक स्कूल में नर्सरी में पढ़ता है। पत्नी चंचल उसे स्कूल लेने आती-जाती हैं। बुधवार को घर में पितरो

गौरांश के नाम की पर्ची लेकर स्कूल पहुंची वृद्धा

दोपहर करीब 11:10 बजे लगभग 60 वर्षीय वृद्धा गौरांश के नाम की पर्ची लेकर स्कूल के गेट पर पहुंची। स्टाफ से कहा कि वह उसे लेने आई है। स्टाफ ने पर्ची देख इसकी जानकारी प्रधानाचार्या गीता वर्मा को दी। उन्होंने चंचल वर्मा को फोन कर बच्चे को लेने किसी वृद्धा को पर्ची लेकर भेजने के बारे में पूछा। चंचल ने बताया कि पुत्र को स्कूल नहीं भेजा है। स्टाफ के लोग गेट पर आए तो वृद्धा गायब थी। लोगों ने आसपास कालोनी में देखा, लेकिन व

चंद्रशेखर और उनकी पत्नी चंचल ने पूरे मामले के पीछे किसी द्वारा पुत्र के अपहरण की साजिश की आशंका जताई। अभिभावकों को कहना था कि वृद्ध के माध्यम से कोई उनके बच्चे को अगवा करना चाहता था। हालांकि उनकी किसी से रंजिश नहीं है। उन्होंने पुलिस से को भी मामले की जानकारी दे दी है।

स्कूल में नहीं हैं कोई और गौरांश, नहीं भेजा स्कूल

चंद्रशेखर ने बताया कि पहले उन्हें लगा कि वृद्धा गौरांश नाम के किसी और हमनाम बच्चे को लेने आई होगी। मगर, उन्होंने जानकारी की ताे पता चला कि पुत्र जिस स्कूल में पुत्र पढ़ता है, वहां गौरांश नाम का कोई अन्य बच्चा नहीं है। इसी के चलते उन्हें बच्चे के अपहरण की साजिश रची जाने की आशंका सता रही है। बुधवार की घटना के बाद से दंपती ने गुरुवार को पुत्र को स्कूल नहीं भेजा।

सीसीटीवी कैमरे में वृद्धा की तस्वीर

पर्ची लेकर बच्चे को लेने आई वृद्धा की तस्वीर स्कूल के सीसीटीवी कैमरे में भी आ गई है। जिसमें वह स्टाफ को पर्ची देते हुए दिखाई दे रही है। वृद्धा का चेहरा बिल्कुल स्पष्ट दिखाई दे रहा

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