RGAन्यूज़ उप संपादक अवधेश शर्मा
बरेली बरखेड़ा कस्बे से सटे एक गाव की पीडित महिला ने पुलिस को तहरीर देकर आरोप लगाया था। की पीडिता व उसकी पुत्री के साथ बलात्कार करने का प्रयास किया था। लेकिन सांठगांठ के चलते पुलिस ने पीड़ित महिला की तहरीर बदलवा दी थी। और छेडछाड की धराओ मे थाना पुलिस ने सात आरोपियो के खिलाफ छेडछाड की धराओ मे मुकदमा दर्ज किया था। लेकिन पीड़िता ने 164 के ब्यानो मे महिला मजिस्ट्रेट को आप बीती बताई उसके बाद आरोपियो के ऊपर बलात्कार की धारा बड गई उसके बाद बिबेचक दरोगा पीड़ित महिला के ऊपर आग बबूला हो गया क्योकि दरोगा विनोद कुमार राठी सांठगांठ करके पीड़ित का मुकदमा खत्म करने की फिराक था। दारोगा विनोद कुमार राठी आयोपियो को खुला संरक्षण दे रहा था। बलात्कार जैसे गंभीर मामले मे दरोगा आरीपियो को गिरफ्तार नही कर रहा है। वही अपने आप को बाबा बताकर भोले बाले लोगो को गुमराह कर रहा है। वही आरोपी मैकूलाल गाजीपुर कुंडा का गुंडा बना बैठा है। पुलिस गिरफ्तार नही कर पा रही है। आरोपी भगवा रंग धारण करके महिलाओ की इज्जत लूटने का काम कर रहा है। धर्म की आढ लेकर बाबा बनकर गोरख धन्धे चला रहा है। पुलिस की मिलीभगत से पुलिस ने नई परम्परा डालवा कर दस दिन के राम लीला मेले का आयोजन करा दिया अगर दूसरे समुदाय के लोग अगर एक दिन के लिए नई परम्परा की परमिशन मांग ले तो पूरा जिला हिल जाता है। लेकिन योगी राज मे एक बिशेष समुदाय को दस दिन की परमिशन देकर दूसरे समुदाय के लोगो के साथ सौतेला व्याहार जिले के अधिकारियो ने किया है। इसकी भी शाशन से जांच होगी चाहिए कि किस आधिकारी ने कितना हिस्सा लिया है जो नई परम्परा डलवा दी फिलहाल कहने को कोई कुछ भी कहे लेकिन यह हकीकत की बरखेड़ा पुलिस सांठगांठ के चलते कुछ भी कर सकती है। अगर देखना जाये की अगर गरीब व्यक्ति किसी छोटे से मामले का मुल्जिम हो और पुलिस का भला ना कर पाये तो पुलिस छोटे से छेटे अपराध मे जेल भेज देती है। और अधिकारियो की नजरो मे अपनी पीठ थपथपा देती है। और जो शातिर किस्म के अपराधी होते है। पुलिस का सहयोग कर देते है। जिसके कारण पुलिस उन्हे अपराधी नही मानती है। और तो और सात मुकदमे दर्ज होने के बाद भी मैकूलाल को पुलिस कपडने मे नाकामयाब है। पीड़ित परिवार ने मुख्य मंत्री से मिलकर आरोपिओ को गिरफ्तार कराने की गुहार लगायेगा और बरखेड़ा पुलिस की साठगाठ की भी करतूत बतायेगा।