![Praveen Upadhayay's picture Praveen Upadhayay's picture](https://bareilly.rganews.com/sites/bareilly.rganews.com/files/styles/thumbnail/public/pictures/picture-4-1546617863.jpg?itok=SmNXTJXo)
![](https://bareilly.rganews.com/sites/bareilly.rganews.com/files/news/07_10_2022-state_university_23124117_15453736.jpg)
RGAन्यूज़
राज्य विश्वविद्यालय की विषम सेमेस्टर परीक्षा में 772 परीक्षार्थी नकल के आरोप में पकड़े गए थे। इन छात्रों की सूची जारी कर आपत्तियां मांगी थी। यूएफएम समिति के फैसले पर रावि ने मुहर लगा दी है। नकल में दोषी और निर्दोष विद्यार्थियों की सूची वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई
राज्य विश्वविद्यालय ने विषम सेमेस्टर परीक्षाओं में पकड़े के विरुद्ध नकलचियों पर कार्रवाई पर मुहर लगा दी गई है। नकल में आरोप में पकड़े गए 654 छात्रों के खिलाफ एक वर्ष के लिए डिबार करने की कार्रवाई हुई हैं, वहीं 118 विद्यार्थियों को नकल के आरोपों से मुक्त कर दिया गया है। यह इस वर्ष अगली कक्षा में पवेश ले सकेंगे। इससे पूर्व वार्षिक परीक्षा में पकड़े गए 9607 नकलचियों के खिलाफ कार्रवाई हो चुकी है।
772 में 118 विद्यार्थियों को नकल के आरोपों से किया गया मुक्त
राज्य विश्वविद्यालय की विषम सेमेस्टर परीक्षा में 772 परीक्षार्थी नकल के आरोप में पकड़े गए थे। बाद में इन छात्रों की सूची जारी कर राज्य विश्वविद्यालय ने आपत्तियां मांगी थी। यूएफएम समिति के फैसले पर रावि ने मुहर लगा दी है। नकल में दोषी पाए गए और निर्दोष साबित हुए विद्यार्थियों की सूची वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई है। जो छात्र नकल में दोष सिद्ध हुए हैं, उनका परीक्षाफल निरस्त कर दिया गया है।दूसरी ओर अब छात्रों के खिलाफ का
रावि प्रशासन स्नातक प्रथम वर्ष के परीक्षा परिणाम का इंतजार कर रहा है और द्वितीय वर्ष का परिणाम जारी हो चुका है। ऐसे में अब स्नातक प्रथम, द्वितीय और तृतीय वर्ष की परीक्षा में सामूहिक नकल कराने वाले कालेजों पर भी गाज गिरनी तय है। करीब 50 कालेजों को रावि प्रशासन डिबार करेगा। सचल दस्तों को ओर से इन केंद्रों के खिलाफ सामूहिक नकल कराने के साक्ष्य दिए गए थे।राज्य विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि 118 विद्यार्थियों के विरुद्ध नकल का साक्ष्य प्रमाणित न होने पर उनको बरी किया गया है। बाकी के खिल