

आखिरकार पुलिस ने पीएम रिपोर्ट आने के बाद पांच पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। मृतक की माता का आरोप है कि पुलिस की वजह से बेटे की जान गई है। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में हत्या की बात सामने आ रही है।
RGAन्यूज़ संवाददाता अमेठी
अमेठी:- शुक्रवार की शाम आखिरकार पीएम रिपोर्ट आने के बाद संग्रामपुर पुलिस की आंख खुली। आत्महत्या बताने वाली पुलिस ने देर शाम मृतक के बाबा की तहरीर पर पांच लोगों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। एसपी ने भी देर रात थाने में पहुंचकर मातहतों को जमकर डांट लगाई। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिये संग्रामपुर पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच को भी लगाया है।
संग्रामपुर थाने के गजियापुर मजरे रामगढ़ निवासी इंद्रपाल वर्मा के बेटे राहुल वर्मा का शव शुक्रवार सुबह गांव के बाहर एक कमरे में मिला था। स्वजन ने युवक की हत्या का आरोप लगाया था, लेकिन पुलिस लगातार इसे आत्महत्या का रूप देने में लगी थी। इसी को लेकर पुलिस ने घटना के बाद परिवारजन से घटना की तहरीर न लेकर सूचनात्मक तहरीर लीथी।
शाम को शव के पीएम रिपोर्ट में राहुल के शरीर में कई गंभीर चोट मिले हैं। जिससे उसकी हत्या किए जाने की बात सामने आ रही है। रिपोर्ट आने के बाद संग्रामपुर पुलिस की आंख खुली। आनन फानन में मृतक के बाबा राम बहादुर वर्मा से तहरीर लेकर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया।
पुलिस की कार्यशैली पर स्वजन ने उठाये सवाल : मृतक की माता अमरावती और बाबा राम बहादुर वर्मा का आरोप है कि पुलिस आरोपितों से मिली थी। वह अगर थोड़ा भी गंभीर होती शिकायत के बाद मौके पर आकर जांच करती। इससे राहुल की जान बचाई जा सकती थी। हम लोगों के साथ लगातार पुलिस असहयोग करके थाने से वापस कर देती थी।
एसपी ने जमकर लगाई डांट : देर शाम एसपी इलामारन संग्रामपुर थाने पहुंचे। उन्होंने पुलिस की ओर से की गई कार्रवाई पर नाराजगी जताई। कहा कि आरोपितों को जल्द पकड़ा जाना चाहिए।
दिनभर अधिकारियों को गुमराह करते रहे थानाध्यक्ष : संग्रामपुर थानाध्यक्ष उमेश मिश्रा दिनभर उच्चाधिकारियों को गुमराह करते रहे। वह घटना को लेकर आत्महत्या की सूचना देते रहे। जिससे बड़े अधिकारी भी घटनास्थल पर नहीं आ सके। शाम को जब पीएम रिपोर्ट आई तो एसओ की कार्यशैली उजागर हुई। एसपी इलामारन ने बताया कि पांच पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। गिरफ्तारी के लिये टीम लगाई गई है।
पुलिस बल की मजूदगी हुआ अंतिम संस्कार : तनाव को देखते हुए गांव में बड़ी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई है। राहुल वर्मा के शव का अंतिम संस्कार भी पुलिस बल की उपस्थिति में किया गया। परिवार वालों का आक्रोश देख अब पुलिस के अधिकारी किसी प्रकार का जोखिम नहीं लेना चाहते। इस लिए पूरी सतर्कता बरती जा रही है।