

RGAन्यूज़ सिंधुदुर्ग
लेखिका और सामाजिक कार्यकर्ता सुधा मूर्ति ने बुधवार को कहा कि वह संभाजी भिड़े के बारे में नहीं जानती हैं और उन्हें नहीं पता है कि संभाजी भिड़े कौन हैं। उन्होंने कहा कि वह इसलिए उनके सामने झुकी क्योंकि वे बुजुर्ग हैं।
सिंधुदुर्ग, पीटीआइ। लेखिका और सामाजिक कार्यकर्ता सुधा मूर्ति ने बुधवार को कहा कि वह संभाजी भिड़े के बारे में नहीं जानती हैं और उन्हें नहीं पता है कि संभाजी भिड़े कौन हैं। उन्होंने कहा कि वह इसलिए उनके सामने झुकी, क्योंकि वे बुजुर्ग हैं। बता दें कि पश्चिमी महाराष्ट्र के सांगली में एक दक्षिणपंथी नेता भिड़े के पैर छूते हुए सुधा मूर्ति का एक वीडियो वायरल हो गया है, जिस पर जमकर तीखी प्रतिक्रिया आई है।
भिड़े ने महिला पत्रकार से बात करने से किया था इनकार
बता दें कि भिड़े को हाल ही में राज्य महिला आयोग द्वारा एक महिला पत्रकार से बात करने से इनकार करने के बाद नोटिस दिया गया था, भिड़े ने उस महिला से इसलिए बात नहीं की थी, क्योंकि उसके माथे पर 'बिंदी' नहीं थी। सुधा मुर्ति ने कहा, 'मैं उनके व्यक्तिगत विचारों के बारे में नहीं जानती। वह एक बुजुर्ग व्यक्ति हैं, एक बूढ़ा व्यक्ति हैं। एक बुजुर्ग व्यक्ति के पैर छूने की हमारी परंपरा है।'
सुधा मूर्ति ने संभाजी भिड़े से मुलाकात पर दी सफाई
सुधा मूर्ति ने अपने सिंधुदुर्ग जिले के प्रवास के दौरान, मीडिया से बात करते हुए कहा कि वह सोमवार को सांगली में अपनी पुस्तकों के प्रचार कार्यक्रम में अपने पाठकों से बातचीत करने के लिए आई थीं। इस दौरान, संभाजी भिड़े उनसे मिलना चाहते थे। लेकिन वयस्तता के चलते सुधा उनसे नहीं मिल पाई। सुधा मूर्ति ने कहा कि उन्हें संभाजी के विचारों और विचारधारा को लेकर कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि वे संभाजी से फरवरी में मिलने की कोशिश करेंगी।
सुधा मूर्ति ने कहा- संभाजी के बारे में नहीं जानती
सुधा मूर्ति ने बुधवार को सिंधुदुर्ग जिले के एक मंदिर में अपने दामाद और ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की सलामती के लिए प्रार्थना की। भिड़े के शिव प्रतिष्ठान संगठन के एक पदाधिकारी ने कहा कि उनके नेता ने छत्रपति शिवाजी महाराज की पूर्व राजधानी रायगढ़ किले में एक स्वर्ण सिंहासन की स्थापना में मदद के लिए सुधा मूर्ति से मुलाकात की थी। हालांकि, सुधा मूर्ति के एक सहयोगी ने कहा कि लेखक को पता नहीं था कि भिड़े कौन हैं।