भगवान कृष्ण का ग्रंथावतार है श्रीमद्भागवत-आचार्य मुकेश मिश्रा

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RGAन्यूज़ बरेली समाचार
बरेली। पुराना शहर कटरा चांद खां स्थित श्री सीताराम मंदिर में आयोजित श्रीमद् भागवत  कथा ज्ञान यज्ञ में व्यासपीठ पर विराजमान कथावाचक आचार्य मुकेश मिश्रा ने द्वितीय दिवस की कथा में अनेक प्रसंगों की व्याख्या करते हुए बताया कि श्रीमद्भागवत महापुराण कोई साधारण ग्रंथ नहीं है यह साक्षात भगवान कृष्ण का ग्रंथावतार है।  इसलिए श्रीमद्भागवत में ही भगवान कृष्ण का दर्शन करना चाहिए। यदि जीवन में शांति और आराम चाहिए तो भजन करना चाहिए। क्योंकि भगवान के नाम स्मरण से ही मन को शांति मिलती है। आचार्य ने कहा कि पितामह भीष्म बाणों की शैया में छः महीने तक लेटे रहे और अंत में भगवान के भजन को करके मुक्ति को भी प्राप्त हुए। आचार्य ने बताया कि जो फल बड़े-बड़े तप यज्ञ हवन से नहीं मिलता है वो फल आपको भगवान की कथा सुनने उनका नाम स्मरण करने से प्राप्त हो जाता है। जो जीव अपने लक्ष्य को याद रखता है वही सर्वश्रेष्ठ है। हमें ये मानव जीवन क्यों मिला है किस उद्देश्य के लिए मिला है इसे जरूर ध्यान रखें। जब तक आप इस मानव जीवन में अपने उद्देश्य को प्राप्त न कर लें तब तक उसके लिए मनोरथ करते रहें। क्योंकि जीवन की यात्रा का अंत मृत्यु है और मृत्यु इस जीवन का सत्य है। इसलिए इस जीवन को यूं ही न गवाएं और अपने सत्कर्मो को इतना बढ़ा ले की आपको मोक्ष की प्राप्ति हो जाए।  कथा का वृतांत सुनाते हुए महाराज ने कहा कि भागवत वही अमर कथा है जो भगवान शिव ने माता पार्वती को सुनाई। लेकिन मध्य में पार्वती को निद्रा आ गई और वो कथा शुक अर्थात तोते ने पूरी सुन ली। यह भी पूर्व जन्मों के पाप का प्रभाव होता है कि कथा बीच में छूट जाती है। भगवान की कथा मन से नहीं सुनने के कारण ही जीवन में पूरी तरह से धार्मिकता नहीं आ पाती है। जीवन में श्याम नहीं हो तो आराम नहीं। भगवान को अपना परिवार मानकर उनकी लीलाओं मे मन को लगाना चाहिए। गोविंद के गीत गाए बिना शांति नहीं मिलेगी। इसलिए शांति चाहिए तो भजन करें। कथा श्रवण करके समस्त श्रोता गण भावविभोर हो गए। कथा के मुख्य यजमान तोताराम गुप्ता ने पत्नी सहित व्यास मंच की पूजा विधि- विधान से की। पंडित उमा शंकर शास्त्री, कुलदीप दीक्षित, अरुण शास्त्री ने वेद मंत्रों के साथ व्यासपीठ का पूजन संपन्न कराया।
        इस मौके पर मुख्य यजमान तोताराम गुप्ता, सय यजमान उदय प्रकाश गुप्ता , मंदिर सीताराम के उपाध्यक्ष दिनेश दद्दा एडवोकेट  नरेश गुप्ता  रामकुमार वर्मा, गौरव शर्मा, जगदीश प्रसाद हलवाई , आदित्य कुमार, विवेक गुप्ता ,ज्ञान सिंह ,श्रीमती संतोष गुप्ता ,श्रीमती मिथिलेश गुप्ता, रामादेवी, आनंद कुमारी एवं चंद्रकांता गुप्ता आदि ने सहयोग प्रदान किया l कार्यक्रम में सैकड़ों लोग उपस्थित थे जो पूरे भक्ति भाव से झूमते हुए भागवत कथा को सुन रहे थे I 
     

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