बरेली का Metro प्लान, कुतुबखाने में जमीन के नीचे चलेगी मेट्रो, पुल नहीं बनेगा बाधा

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RGAन्यूज़ बरेली उप संपादक अवधेश शर्मा

Bareilly Metro Plan कुतुबखाना बाजार के बीच से निकल रहा पुल मेट्रो रेल के लिए बाधा नहीं बनेगा। विशेषज्ञों ने भूमि के नीचे से मेट्रो दौड़ाने की पूरी रुपरेखा तैयार कर ली है। इसके साथ ही रामगंगा और ग्रेटर बरेली के लोग भी मेट्रो का लाभ मिल सकेगा।

बरेली संवाददाता:- Bareilly Metro Plan: शहर में कुतुबखाना बाजार के बीच से निकल रहा पुल मेट्रो रेल के लिए बाधा नहीं बनेगी। विशेषज्ञों ने भूमि के नीचे से मेट्रो दौड़ाने की पूरी रुपरेखा तैयार कर ली है। साथ ही रामगंगा और ग्रेटर बरेली के लोग भी मेट्रो रेल का लाभ उठा सकें इसके लिए पीलीभीत रोड पर भी रूट तय किया गया है।

नगर निगम की ओर से तैयार हो रहे काम्प्रेहेंसिव मोबिलिटी प्लान (व्यापक गतिशीलता योजना) में इसे शामिल किया जाएगा। अगले 15 दिन में सीएमपी के बाद कार्यदायी संस्था डीपीआर तैयार करेगी।शासन से बरेली में मेट्रो रेल परियोजना की मंजूरी मिलने के बाद विकास प्राधिकरण की ओर से कवायद तेज कर दी गई है।

शुक्रवार को कार्यदायी संस्था राइट्स, यूपी मेट्रो रेल कार्पोरेशन व नगर निगम की कंपनी यूएमआरपी के विशेषज्ञों के साथ दो घंटे से अधिक समय तक मंथन किया गया। विशेषज्ञों ने भविष्य में रामगंगा और ग्रेटर बरेली में बढ़ती जनसंख्या व यातायात संभावनाओं को देखते हुए सीएमपी (कांम्प्रेहेंसिव मोबिलिटी प्लान) में शामिल करने का निर्णय लिया।

साथ ही कुतुबखाना बाजार में पुल के नीचे से मेट्रो चलाया जाएगा। इसके लिए कार्यदायी संस्था राइट्स सीएमपी के आधार पर मेट्रो रूट का पूरा प्लान तैयार करेगी। इसमें विशेषज्ञ मेट्रो की संभावनाओं के साथ ही हर तरह के नागरिक यातायात की संभावनाओं का सर्वे करेंगे। इसमें आटो, बस, टैक्सी, ट्रक को भी शामिल किया जाएगा।

इसमें पता लगाया जाएगा कि यातायात के लिहाज से किस क्षेत्र में लोगों का आवागमन अधिक रहता है। जिससे की मेट्रोपोलिटन क्षेत्र में यातायात का विकास बेहतर ढंग से हो सके। बैठक में अगले 15 दिनों में रूट का फाइनल प्लान तैयार करने का निर्णय लिया गया। इसके बाद उसे अंतिम मंजूरी के लिए मंडलायुक्त के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।1.16 करोड़ में तैयार होगा डीपीआर

बीडीए के अधिशासी अभियंता आशु मित्तल ने बताया कि शहर में मेट्रो रेल का डीपीआर राइट्स की ओर से तैयार किया जाएगा। इसके लिए विशेषज्ञ मेट्रो रूट के साथ डीपीआर का प्राथमिक स्तर पर काम शुरू कर दिया है। मेट्रो रेल के डीपीआर में करीब पांच से छह माह का समय लग सकता है।

पीलीभीत रोड से आसान होगी ग्रेटर बरेली की पहुंचविशेषज्ञों ने कुतुबखाना में बाधा बन रही ओवरब्रिज को देखते हुए भूमि के नीचे से मेट्रो चलाने की बात कही, इस पर अधिकारियों ने सहमति जताई। अभी तक राइट्स ने शहर में दो रूट तय किए हैं।

बैरियर टू से कुतुबखाना होकर रेलवे स्टेशन और रेलवे स्टेशन से सेटेलाइट, रुहेलखंड विश्वविद्यालय, ग्रेटर बरेली, बैरियर टू तक जाएगी। इसके लिए विशेषज्ञ अभी भी जुटे हैं। अधिकारियों के अनुसार मेट्रो के रूट पर अंतिम निर्णय मंडलायुक्त के साथ होने वाली बैठक में होगी।

शहर में मेट्रो रेल के लिए नगर निगम की ओर से सीएमपी (कांम्प्रेहेंसिव मोबिलिटी प्लान) तैयार किया जा रहा है। शुक्रवार को विशेषज्ञों के साथ बैठक में कुछ बिंदुओं को शामिल करने का सुझाव दिया गया है, जिसे शामिल कर राइट्स व उच्चाधिकारियों को सौंप दिया जाएगा। भूपेश कुमार सिंह, मुख्य अभियंता, नगर निगम

मेट्रो रेल के लिए विशेषज्ञों के साथ सार्थक बैठक हुई है। जल्दी ही इसे अमलीजामा पहनाने के लिए मंडलायुक्त के सामने प्रस्तुत किया जाएगा। जोगिंदर सिंह, उपाध्यक्ष, बरेली विकास प्राधिकरण

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