RGAन्यूज़ संवाददाता मुदित प्रधान
सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली महिला ने तीन आरोपितों में जनप्रतिनिधि का नाम भी लिया है। शुक्रवार को वह एसएसपी अखिलेश चौरसिया के पास पहुंची कि सभी को गिरफ्तार किया जाए। जनप्रतिनिधि का नाम उछला तो आनन-फानन पुलिस भी सक्रिय हुई।
बरेली संवाददाता:- सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली महिला ने तीन आरोपितों में जनप्रतिनिधि का नाम भी लिया है। शुक्रवार को वह एसएसपी अखिलेश चौरसिया के पास पहुंची कि सभी को गिरफ्तार किया जाए। जनप्रतिनिधि का नाम उछला तो आनन-फानन पुलिस भी सक्रिय हुई। हालांकि, देर शाम अधिकारियों ने बताया कि आरंभिक जांच में जनप्रतिनिधि के मौके पर होने की पुष्टि नहीं हुई है।
शहर में रहने वाली महिला ने छह दिसंबर 2022 को कोतवाली में प्राथमिकी लिखाई थी कि शाम 6.30 बजे रामपुर गार्डन में तीन आरोपियों ने कार में खींच लिया। इसके बाद जबरन नशीली गोली खिलाकर दुष्कर्म किया।
16 दिसंबर को महिला के कोर्ट में बयान हुए। उसमें कहा कि जनप्रतिनिधि, उनके चालक और एक अन्य ने दुष्कर्म किया। घटना के बाद आरोपी सड़क किनारे फेंककर चले गए थे। राहगीर की सहायता से पुलिस को घटना की जानकारी दी थी।
महिला के अनुसार, कोर्ट में बयान की जानकारी पुलिस को भी है, इसके बावजूद आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की जा रही है। धमकी दी जा रही कि बड़ी बेटी का अपहरण कर लिया जाएगा। उसने यह भी कहा कि वह 13 वर्ष जनप्रतिनिधि के यहां नौकरी कर चुकी है। एसएसपी ने जांच के बाद उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
कैमरों व मोबाइल सर्विलांस नहीं कर रहा पुष्टि: एसपी सिटी
एसपी सिटी राहुल भाटी ने बताया कि महिला ने प्राथमिकी में उल्लेख किया कि छह दिसंबर को शाम छह बजे घटना हुई। कोर्ट में बयान के दौरान कहा कि घटना सात दिसंबर की शाम 6.30 बजे हुई है। उनकी बातों में विरोधाभास है। रामपुर गार्डन में उस सड़क के आसपास लगे कैमरों की फुटेज देखी गईं। किसी में महिला को कार में खींचते लोग दिखाई नहीं दिए हैं। जिन जनप्रतिनिधि पर आरोप लगा, उनकी मोबाइल फोन लोकेशन निकाली गई थी।
छह दिसंबर की शाम को उनकी लोकेशन हार्टमैन कालेज के पास थी। कुछ लोगों से जानकारी मिली कि वह एक बैठक के लिए वहां गए थे। आरंभिक जांच में आरोपों की पुष्टि नहीं हो रही। तथ्यों व साक्ष्यों के आधार पर जांच जारी है, उसी अनुसार कार्रवाई होगी।