केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कोई विकल्प नहीं है। अगर आने वाले चुनावों में अगर मोदी सरकार नहीं आई तो देश में अराजकता फैल जाएगी।...
RGA News पुणे, :- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कोई विकल्प नहीं है। अगर आने वाले चुनावों में अगर मोदी सरकार नहीं आई तो देश में अराजकता फैल जाएगी। यह बात केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कही। उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव मजबूर और मजबूत सरकार जैसे मुद्दों पर लड़ा जाएगा।
मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने यहां मीडिया से बात करते हुए कहा कि शनिवार को हुई विपक्ष की कोलकाता रैली को देखें तो वहां सभी विपक्षी पार्टियां मंच पर एक साथ दिखाई दीं। इससे स्पष्ट था कि ये सभी दल मोदी को सत्ता से बेदखल करना चाहते हैं, लेकिन वे कोई विकल्प पेश नहीं कर सके। ऐसे में अगर आम चुनावों के बाद मोदी सरकार की वापसी नहीं होती है तो देश में अराजकता फैल जाएगी।
लोगों को याद हैं उन दिनों की कमजोर सरकारें
चंद्रशेखर, देवेगौड़ा और इंद्र कुमार गुजराल की सरकारों का हवाला देते हुए जावड़ेकर ने कहा कि लोगों को उन दिनों की कमजोर सरकारें याद हैं। वहीं आम लोगों ने मोदी की मजबूत और तेजी से निर्णय लेनी वाली सरकार के लाभ भी देखें। इसलिए, लोग एक मजबूत और एक मजबूर सरकार के बीच चयन करेंगे।
हार का बहाना खोज रहे विपक्षी
जावड़ेकर ने कहा कि कोलकाता की रैली ने विपक्षी दलों की घबराहट को दिखाया। इस दौरान उन्होंने न तो कोई घोषणापत्र जारी किया और न ही एक साझा न्यूनतम कार्यक्रम का मसौदा तैयार करने के लिए कोई समिति बनाई। हां यह जरूर है कि इन लोगों ने ईवीएम पर एक समिति का गठन जरूर कर दिया। इससे यह पता चलता है कि वे पहले से ही अपनी संभावित हार का बहाना ढूंढ रहे हैं।
कांग्रेस चाहती है मजबूर सरकार
जावड़ेकर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल एक मजबूर सरकार चाहते हैं ताकि वे भ्रष्टाचार कर सकें। जबकि आम लोग मोदी सरकार की तरह एक मजबूत सरकार चाहते हैं, जो सिस्टम में भ्रष्टाचार को खत्म कर रही है और भ्रष्टाचार में शामिल लोगों को नहीं बख्श रही है।
बंगाल, ओडिशा और पूर्वोत्तर में हमारी सीटें बढ़ेंगी
जावड़ेकर ने विश्वास व्यक्त किया कि सत्तारूढ़ भाजपा को 2014 के मुकाबले 2019 के लोकसभा चुनावों में अधिक सीटें मिलेंगी। इतना ही नहीं उसका वोट शेयर भी बढ़ेगा। उन्होंने कहा, जब मैं कहता हूं कि भाजपा 282 की संख्या को पार करेगी, तो इसका कारण यह है कि पश्चिम बंगाल, ओडिशा और पूर्वोत्तर राज्यों में पार्टी की सीटें बढ़ेंगी। भाजपा ने पिछले आम चुनाव में कुल 543 सीटों में से 282 सीटें जीती थीं।