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ब्यूरो: अहमदाबाद कांग्रेस ने गुजरात की कमान युवा विधायक अमित चावड़ा को सौंप दी है। प्रदेश में पार्टी के सभी अहम ओहदों पर अब युवा नेता आसीन हो गए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी युवाओं के हाथ में कमान सौंपने का संकेत लंबे समय से देते आ रहे थे। कांग्रेस ने चार प्रमुख ओहदों पर पाटीदार, दलित, ओबीसी व आदिवासी को नियुक्त कर एक मजबूत जातीय समीकरण का इशारा कर दिया है।
मध्य गुजरात के आणंद जिले में सर्वाधिक मतों से जीतकर विधायक चुने गए अमित चावड़ा निवर्तमान अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी के रिश्तेदार हैं। सोलंकी ने अपनी विधानसभा सीट अमित के लिए छोड़ी थी अब अध्यक्ष पद भी उनके लिए छोड़ रहे हैं। चावड़ा गुजरात कांग्रेस के सबसे कम उम्र के अध्यक्ष बनने वाले नेता बन गए हैं। उनकी उम्र 35 वर्ष है तथा उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया है।
अध्यक्ष बनने से पहले चावड़ा दिल्ली में ही थे। गुजरात कांग्रेस के प्रभारी अशोक गहलोत से मुलाकात के बाद ही इसकी घोषणा की गई। गहलोत ने प्रभारी बनने के बाद पार्टी में भारी फेरबदल किया है। वरिष्ठ नेता शंकरसिंह वाघेला को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाने में उनकी अहम भूमिका थी। आने वाले समय में गहलोत गुजरात की राजनीति में काफी सक्रिय भूमिका निभाएंगे।
कांग्रेस ने आगामी लोकसभा चुनाव से पहले पाटीदार ओबीसी गठजोड़ को मजबूत करने के लिए यह दांव खेला है। नेता विपक्ष पद पर पाटीदार नेता परेश धनाणी, उपनेता पद पर दलित नेता शैलेष परमार तथा राज्यसभा के लिए आदिवासी नेता नारण राठवा को चुनकर कांग्रेस ने अपने परंपरागत वोट बैंक को साधने का प्रयास किया है। पूर्व अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया ने चावड़ा की नियुक्ति का स्वागत किया है।
विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव वापस लिया
कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव वापस ले लिया है। उपनेता शैलेष परमार ने यह प्रस्ताव रखा था। मुख्यमंत्री विजय रुपाणी व नेता विपक्ष परेश धनाणी की एक औपचारिक बैठक के बाद यह फैसला लिया गया। कांग्रेस के दो विधायकों का एक साल के लिए सदन से किया गया निलंबन भी रद्द कर दिया गया है।