
RGA न्यूज़ संवाददाता लखनऊ
प्रदेश पुलिस की एसटीएफ ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बारासिंघा हिरन के खाल की तस्करी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को लखनऊ से गिरफ्तार किया है। सीवान (बिहार) के रहने वाले दोनों तस्करों के कब्जे से हिरन की खाल भी बरामद हुई है।
पकड़ा गया तस्कर राम मनोहर सिंह कुशवाहा बिहार के सीवान जिले के नौतन थाना क्षेत्र स्थित किलपुर गांव तथा बृज नारायन यादव उर्फ चौधरी नौतन थाना क्षेत्र के ही सिसवा गांव का रहने वाला है। दोनों के पास एक बारासिंघा हिरन की खाल, दो आधार कार्ड, नकद 600 रुपये और दो मोबाइल फोन बरामद हुआ है। एसटीएफ को काफी दिनों से बारासिंघा हिरन के खाल व प्रतिबंधित पक्षियों की तस्करी करने वाले गिरोह की लखनऊ, कानपुर व आसपास के जिलों में सक्रियता की सूचनाएं मिल रही थीं। केंद्र सरकार के वन्य जीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो की पहल पर एसटीएफ पहले भी तस्करी के मामलों में कार्रवाई कर चुकी है।
एसटीएफ के एसएसपी अभिषेक सिंह ने एएसपी सत्यसेन यादव को वन्य जीवों की तस्करी के कार्रवाई करने का निर्देश दिया। इसी बीच इंस्पेक्टर विजेन्द्र शर्मा व राजेश त्रिपाठी के नेतृत्व में गठित टीम को रविवार को मुखबिर के जरिए पता चला कि लखनऊ के चारबाग स्थित एक होटल के पास दो व्यक्ति बिहार से बारासिंघा हिरन की खाल लेकर आने वाले हैं। इसके बाद एसटीएफ व वन विभाग की संयुक्त टीम ने लखनऊ के नाका थाना क्षेत्र से दोनों तस्करों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ में उनको यह खाल सुपौल के भीमनगर बाजार के रहने वाले अरुण उपाध्याय ने शिकारी नामक व्यक्ति से दो लाख में खरीदवाया था, जिसे वह लोग पांच लाख में डील करके बेचने वाले थे। शिकारी नेपाल का रहने वाला है और वह नेपाल से प्रतिबंधित जीवों व उनके अवशेष बेचता है। अभियुक्तों के विरुद्ध लखनऊ के अवध वन प्रभाग के शहरी रेंज में वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 2, 9, 39 ख, 44, 48 ए, 49 ए, 49 बी, 50 व 51 में मुकदमा दर्ज कराया गया है। आगे की कार्रवाई शहरी रेंज अवध वन प्रभाग द्वारा की जा रही है।