बदायूं क्लब मे राष्ट्रीय एकता एवं सांप्रदायिक सौहार्द के लिए समर्पित कवि सम्मेलन एवं मुशायरे का आयोजन हुआ।...
RGA न्यूज़ संवाददाता (अवध पटेल) बदायूं
बदायूं क्लब मे राष्ट्रीय एकता एवं सांप्रदायिक सौहार्द के लिए समर्पित कवि सम्मेलन एवं मुशायरा में मुख्य अतिथि चेयरमैन दीपमाला गोयल रहीं। अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार एवं समीक्षा डॉ.रामबहादुर व्यथित ने की। मुख्य अतिथि दीपमाला गोयल एवं अध्यक्ष ने डॉ.इसहाक तबीव द्वारा रचित एवं डॉ.राम बहादुर व्यथित द्वारा संपादित भारत महिमा तथा नव उत्कर्ष पुस्तकों का विमोचन किया। विशाल गाफिल ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। अभिषेक अनंत ने जातिवाद पर प्रहार करते हुए कहा कि न राजनीति से बचे भगवान भी यहां अब जातियों में फंस गए हनुमान भी यहां। कुमार आशीष ने राष्ट्रीय एकता का भाव निम्न पंक्तियों में व्यक्त किया क्या मजहब से हटकर कोई बात नहीं हो सकती है। केवल ¨हदुस्तानी अपनी बात नहीं हो सकती है।। डॉ.राम बहादुर व्यथित ने अमर शहीदों को प्रणाम करते हुए कहा कि खून से भीगी कोई कहानी लिखों, उन शहीदों की जोश-ए-जवानी लिखों, कलम बिक न सके इस बाजार में, झूठ को झूठ, सच की कहानी लिखो। डॉ.अक्षत आशेष ने वीर सैनिकों को प्रणाम करते हुए कहा कि जहां सैनिकों का सदा पूजा जाता वेश, शीष झुका रहता नहीं दुनिया में वह देश। महेश मित्र, डॉ.इसहाक तबीव, विशाल गाफिल, पवन शंखधार, अहमद अमजदी, षटबदन शंखधार, डॉ.अरविन्द धवल, शैलेन्द्र मिश्रा देव, मु.सगीर एवं अनवार नगर ने भी काव्यपाठ किया। संचालन कुमार आशीष ने किया। आशा राठौर, विपिन अग्रवाल, अशोक कुमार मिश्रा, राहुल चौबे, उपेंद्र उपाध्याय, अमन गोयल, अशोक सक्सेना, रवींद्र मोहन सक्सेना, डॉ.सौरभ शंखधार, वंदना वर्मा, नरेश चन्द्र शंखधार, सुमित मिश्रा, भावेश सक्सेना, नवीन सक्सेना, आत्म प्रकाश सक्सेना, अविन्द राठौर, डॉ.इजहार अहमद, इकबाल, कृष्ण गोपाल गुप्ता आदि उपस्थित रहे।