भारत ने सस्ती और अच्छी शिक्षा से दुनिया को लुभाने की बनाई योजना, दस लाख विदेशी छात्रों को जोड़ने का रखा लक्ष्य

Praveen Upadhayay's picture

RGA news 

स्टडी इन इंडिया के तहत विदेशी छात्रों को ऑनलाइन या ऑफलाइन भारतीय उच्च शिक्षण संस्थानों से जोड़ने का रखा लक्ष्य। फिलहाल पांच सौ उच्च शिक्षण संस्थानों को इससे जोड़ा स्नातक से पीएचडी तक के कार्यक्रमों में एक लाख से ज्यादा सीटें विदेशी छात्रों के लिए की आरक्षित। साथ ही शिक्षा मंत्रालय ने इसे लेकर दुनिया भर में अपने दूतावासों के जरिए कोर्सों की ब्रांडिंग शुरू की है

वर्ष 2047 तक कम से कम दस लाख विदेशी छात्रों को देश के उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ाने का लक्ष्य।

नई दिल्ली,  भारतीय उच्च शिक्षण संस्थान अपनी सस्ती और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से अब न सिर्फ विदेशों को पलायन करने वाले अपने छात्रों को रोकेंगे बल्कि दुनिया के दूसरे देशों के छात्रों को भी अपनी ओर लुभाएंगे। फिलहाल स्टडी इन इंडिया ( एसआइआइ ) कार्यक्रम के तहत शिक्षा मंत्रालय ने विदेश मंत्रालय के साथ मिलकर एक दीर्घकालिक योजना तैयार की है।

जिसमें अमृतकाल में ही यानी वर्ष 2047 तक कम से कम दस लाख विदेशी छात्रों को देश के उच्च शिक्षण संस्थानों में किसी न किसी रूप में पढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके साथ ही अपने छात्रों के पलायन को भी न्यूनतम स्तर पर लाने की पहल की गई है।

Place: 

Scholarly Lite is a free theme, contributed to the Drupal Community by More than Themes.