सड़क नहीं तो वोट नहीं का दिया नारा

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RGA न्यूज़ (ब्यूरो चीफ) तुलसी शर्मा

 चम्पावत : सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों के विकास की बात तो की जा रही है। लेकिन...

चम्पावत -: सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों के विकास की बात तो की जा रही है। लेकिन आज भी कई गांव मूलभूत सुविधाओं से महरूम हैं। मूलभूत सुविधाओं के अभाव के चलते कोट अमोड़ी के ग्रामीण लोक सभा चुनाव का बहिष्कार करने की बात कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है गांव में जब तक सड़क नहीं बनती वे वोट नहीं करेंगे।

जिला मुख्यालय से करीब 30 किमी दूर स्थित ग्राम कोट अमोड़ी में सड़क की सुविधा न होने से कई अन्य सुविधाएं भी वहां नहीं पहुंच पा रही हैं। गाव मे पानी बिजली आदि की सभी व्यवस्थाऐं होने के बाद भी यहा के लोग सड़क न होने के कारण पलायन करने का मजबूर हैं और शहर की ओर रुख कर रहें है। वर्तमान में यहा करीब 400 सौ से अधिक परिवार निवास करते हैं। सड़क के अभाव में ग्रामीणों को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सबसे बड़ी समस्या मरीजों को हॉस्पिटल लाने ले जाने की है। मरीज को डोली में मुख्य सड़क तक लाना पड़ता है। कई बार हॉस्पिटल पहुंचे से पहले ही मरीज रास्ते में दम तोड़ देते हैं। खच्चरों से ढ़ोया जाता है सामन

सड़क न होने से गांव के लोग आज भी खच्चरों से सामाना ढोते हैं। दुर्गम मार्ग और चार पांच किमी की खड़ी चढ़ाई में ग्रामीणों को राशन लाने के लिए भी खच्चरों का सहारा लेना पड़ता है या फिर अपने सिर व कंधों में लादकर सामान लाने को मजबूर हैं।

स्कूली बच्चों होती है परेशानी

गांव के स्कूली बच्चों को भी सड़क न होने से परेशान होना पड़ता है। गांव में आठवीं के बाद की शिक्षा के लिए बच्चों को अमोडी मार्केट जाना पड़ता है। लंबा पैदल रास्ता होने के कारण बच्चे सुबह आठ बजे ही स्कूल के लिए निकल पड़ते है और शाम पाच बजे के बाद ही घर पहुंचते हैं।

कई सालों से यहा रह रहे है लेकिन आज तक किसी ने हमारी समस्या नहीं सुनी। न ही कोई कोई सुध ली। पाच साल में एक बार चुनाव के समय नेता लोक आते है और वोट माग कर चले जाते हैं। सड़क के अभाव में यहा के लोगों ने बाजार की ओर बसना शुरू कर दिया है। - दिनेश भट्ट सामाजिक कार्यकर्ता

यहा सबसे बड़ी समस्या रोड की है आज तक किसी भी राजनीति पार्टी ने न हमारी समस्या का समाधान नहीं किया। आने वाले विधान सभा चुनाव में नोटा का प्रयोग किया जाएगा। - दीपक भट्ट, ग्रामीण।

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