RGA News संवाददाता
निडास ट्रॉफी में दिनेश कार्तिक ने अंतिम गेंद पर छक्का लगाकर भारत को हैरान कर देने वाली जीत दिलाई थी। यह पिछले साल मार्च में बांग्लादेश के खिलाफ फाइनल में हुआ था। न्यूजीलैंड के खिलाफ हैमिल्टन में रविवार (10 फरवरी) को खेले गए तीसरे और आखिरी टी-20 मैच में इतिहास ने एक बार फिर खुद को दोहराया। लेकिन इस बार भारत छक्के के बावजूद हार गया और इस हार के लिए दिनेश कार्तिक को जिम्मेदार बताया जा रहा है।
213 रनों के मुश्किल लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत 20 ओवर में केवल 208 रन बना पाई। हालांकि शुरू में विजय शंकर 43(28 गेंद), ऋषभ पंत 28 (12 गेंद), हार्दिक पांड्या 21 (11 गेंद) और क्रुणाल पांड्या (26 नाबाद) ने भारत को लगभग जीत के द्वार पहुंचा दिया था, लेकिन अंत में मेहमान टीम को हार का सामना करना पड़ा।
भारत को जीत के लिए अंतिम ओवर में 16 रनों की जरूरत थी। दिनेश कार्तिक दो गेंद डॉट खेलने के बाद दो रन बनाए। इनमें से एक गेंद पर सिंगल लिया जा सकता था, लेकिन कार्तिक ने रन लेना मुनासिब नहीं समझा। इस वाकये ने उस घटना की याद दिला दी जब महेंद्र सिंह धौनी ने रविचंद्रन अश्विन के साथ दो रन लेने से उन्हें इंकार कर दिया था।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कॉमनवेल्थ बैंक सीरीज, 2012 में यह घटना हुई थी। हालांकि, धौनी ने दो गेंद शेष रहते भारत को मैच जिता दिया था। लेकिन कार्तिक ऐसा नहीं कर पाए।
टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने कमेंट्री बॉक्स से दिनेश कार्तिक की सिंगल न लेने की आलोचना की। यह जानते हुए भी कि क्रुणाल बल्लेबाज हैं न कि टेलेंडर। संजय मांजरेकर ने भी अपने ऑफिशियल टि्वटर हैंडिल से दिनेश कार्तिक की इस नासमझी पर एक ट्वीट करते हुए आलोचना की है। संजय मांजरेकर के अलावा और भी कई क्रिकेटरों के साथ सोशल मीडिया पर जमकर दिनेश कार्तिक की आलोचना की जा रही है।