पश्चिमी यूपी में गरज के साथ बारिश और ओलावृष्टि, बिजली गिरने से तीन की मौत

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RGA News मेरठ

जैसा कि अनुमान था गुरुवार सुबह मौसम का मिजाज बदल गया। मेरठ समेत कई जिलों में बारिश और ओले पड़े। बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई।...

मेरठ :- पश्चिमी उप्र में गुरुवार को गरज के साथ बारिश और कहीं-कहीं ओलावृष्टि हुई। मेरठ, बुलंदशहर और बिजनौर में बिजली गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई। कई जगह पेड़ टूटकर गिर पड़े। बागपत में बिजली गिरने से घरों के उपकरण फुंक गए। परिवार के लोग बाल-बाल बचे। फसलों को नुकसान पहुंचा है। 

महिला समेत दो की मौत 
मेरठ समेत बिजनौर, बुलंदशहर, बागपत, शामली, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर में तड़के ही बादल घुमड़ आए। कुछ ही देर में बारिश शुरू हो गई। कई स्‍थानों पर ओले पड़े। मेरठ के हस्तिनापुर क्षेत्र के किशनपुर गांव में साइकिल पर जा रहे एक व्यक्ति पर बिजली गिर गई। उसकी तुरंत मौत हो गई। मृतक रामराज निवासी बताया जा रहा है। वह अपने घर लौट रहा था। मवाना में बारिश के साथ ओले पड़े। वहीं, बुलंदशहर में खेत से लौट रही महिला पर भी बिजली गिरी। उसको चिकित्सक के पास ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। बीबीनगर के नंगला कटक गांव निवासी 38 वर्षीय यह महिला खेत से चारा लेकर वापस घर आ रही थी। उधर, बिजनौर के आकू क्षेत्र में समसपुर गांव में बिजली गिरने से 55 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई। 

उपकरण फुंके 
बागपत के बासौली गांव में घर पर बिजली गिरने से उपकरण फुंक गए। इस दौरान घर में मौजूद लोग बाल-बाल बचे। पिलाना गांव में बारिश के साथ ओले पड़े। किसानों का कहना है कि ओलों से फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। वहीं, बिजनौर के ऊमरी क्षेत्र में दोपहर बाद एक बजे ओलों की बौछार हुई। जमीन पर ओलों की सफेद चादर-सी बिछ गई।  
जताए थे आसार 
इस साल फरवरी में अधिकतम तापमान बुधवार को 24.2 डिग्री रिकार्ड किया गया। न्यूनतम तापमान भी सामान्य से दो डिग्री अधिक 12 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। मौसम विशेषज्ञों का पूर्वानुमान सही साबित हो रहा है। बुधवार को ठीक ठाक तीव्रता का पश्चिम विक्षोभ हिमालय के पास जम्मू कश्मीर मे पहुंच गया। इसके प्रभाव से मेरठ और एनसीआर में बादल छाए रहे। कृषि विवि के मौसम केंद्र के प्रभारी डा. यूपी शाही ने बताया कि अगले 48 घंटों तक बारिश और ओलावृष्टि की संभावना है। 
प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा 
दिन में बादल छाए रहने से प्रदूषित गैसें और धूल के कण वायुमंडल के निचले स्तर पर बने रहे। कई स्थानों पर पीएम 2.5 का स्तर तीन सौ के पार चला गया। बारिश के बाद प्रदूषण में कमी के आसार हैं। प्रदूषण के उच्च स्तर और वायुमंडल में नमी के चलते दिन में सर्दी गायब रही।

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