![Praveen Upadhayay's picture Praveen Upadhayay's picture](https://bareilly.rganews.com/sites/bareilly.rganews.com/files/styles/thumbnail/public/pictures/picture-4-1546617863.jpg?itok=SmNXTJXo)
2010 में एक किसान की आय 91,000 रुपये थी वह अब बढ़ कर 2.39 लाख रुपये हो गई है।...
हमारे अन्नदाता यानी किसान की बदहाल स्थिति किसी से छुपी नहीं है। हर वर्ष देश के अलग-अलग राज्यों में सैकड़ों किसान खुदकशी कर रहे हैं। कहीं फसल का उचित मूल्य नहीं मिलने पर तो कहीं सूखा, तो कहीं अतिवृष्टि और ऋण के जाल में फंस कर जान देने को किसान मजबूर हैं। केंद्र व राज्य सरकारें अपने-अपने स्तर पर किसानों की समस्या का निदान करने का दावा करती रही हैं। इस वर्ष पेश किए गए केंद्रीय बजट में देशभर के किसानों की आय वर्ष 2022 तक दोगुनी करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। वहीं, पश्चिम बंगाल की ममता सरकार ने दावा किया है कि निर्धारित समय से पहले ही इस लक्ष्य को हासिल कर लिया गया है। पीएम को लिखे एक पत्र में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि निर्धारित समय से पहले ही हमने किसानों की आय दोगुना कर दिखाया है।