RGA न्यूज: संवाददाता
यमुनानगर : पुलिस लाइन के बिजली बिल पर शुक्रवार को भी बात नहीं बन पाई। एसडीओ विशाल सैनी के सामने कर्मचारियों की पत्नियों ने खूब हंगामा किया। बंद कमरे में वे एसडीओ को घेर कर बैठ गई। महिलाओं ने कहा कि वे हजारों रुपये का बिल कैसे भरें। घंटो बातचीत के बाद भी समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ।
महिलाओं ने एसडीओ को बताया कि बिजली निगम ने 245 क्वार्टरों का एक ही मीटर लगा रखा है। जो बिल आया है वो सभी में बांट दिया है। एक परिवार को औसतन 31 हजार रुपये बिल भरना पड़ेगा। लाइन में जो पुलिसकर्मी रहते हैं, उनमें से दर्जनों परिवारों के घर एक से लेकर तीन एसी लगे हुए हैं। एक कर्मचारी केवल पंखा ही चलाता है। एक कर्मचारी ज्यादा बिजली खर्च कर रहा है और दूसरा कम। सभी एक समान बिल क्यों भरे।
इस दौरान एक समय ऐसा भी आया जब एक कर्मचारी ने सलाह दी कि बिजली निगम सभी लोगों के मीटर क्वार्टर से बाहर लगा दे। कर्मचारी हर माह री¨डग ले और उसी आधार पर बिल भेजा जाए। इस पर एसडीओ ने कहा कि पिछला बिल तो भरना ही पड़ेगा।
पुलिस लाइन में रहने वाली इंदू देवी व सुशीला ने बताया कि उनके बिल क्रमश: 28 व 35 हजार रुपये भेज रखे हैं। इसमें किसकी गलती है। बिजली निगम ने पुलिस लाइन में रहने वाले किसी भी कर्मचारी को जनवरी 2017 से बिल नहीं भेजे हैं। जब बिल ही नहीं भेजे तो वे बिल कैसे भरें। अब एक साथ हजारों रुपये का बिल कैसे भरें।
बिजली निगम के एसडीओ विशाल सैनी ने बताया कि पुलिस विभाग ने बिजली भरने के लिए कुछ समय मांगा है। कर्मचारियों ने अपने मीटर घरों के बाहर लगाने व किस्तों में बिल भरने का सुझाव दिया है। वे इस बारे में अपने एक्सईएन से बात करेंगे।