मानव जीवन में विज्ञान का अहम योगदान : डीएम

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RGA News बिहार सीतामढी़

डीएम डॉ. रणजीत कुमार सिंह ने कहा मानव जीवन में विज्ञान का अहम योगदान है। विज्ञान के बगैर विकास की कल्पना संभव नहीं है।...

सीतामढ़ी। डीएम डॉ. रणजीत कुमार सिंह ने कहा मानव जीवन में विज्ञान का अहम योगदान है। विज्ञान के बगैर विकास की कल्पना संभव नहीं है। डीएम गुरुवार को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर साइंस फॉर ऑल सीतामढ़ी के तत्वाधान में भूपभैरो स्थित हॉली मेरी इंटरनेशनल स्कूल में आयोजित विज्ञान दिवस का उद्घाटन करने के बाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान डीएम ने कहा कि वैदिक काल के धार्मिक ग्रंथों में समाज के रीति-रिवाजों का वर्णन किया गया है, जो विज्ञान की कसौटी पर खड़ा उतरता है। हमें इसकी बारीकियों को समझने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सीतामढ़ी के बाल विज्ञानी काफी प्रतिभावान हैं। इनकी प्रतिभा को निखारने का दायित्व हम सभी का है। कहा कि विज्ञान का प्रचार-प्रसर आवश्यक है, इसे बंद कमरे में नहीं रहना है। सामान्य जन के लिए विज्ञान संचार विषयक कार्यक्रम का की अध्यक्षता करते ज्याउल्लाह ने साइंस फॉर ऑल की गतिविधि और इतिहास पर प्रकाश डाला। जबकि बाल विज्ञानियों ने भी अपने विचार रखे। वहीं विज्ञान के विद्वानों ने विज्ञान संचार पर चर्चा की। मंच का संचालन शिशिर कुमार ने किया। कार्यक्रम के दौरान डीईओ रामचंद्र मंडल, डीपीओ शैलेंद्र कुमार व जियाउल होदा खां, बीडीओ मुकेश कुमार, हेलेंस स्कूल के निदेशक संजय कुमार सिंह, प्राचार्य चंद्रा सिंह व चिल्ड्रेन वेयफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष बिट्टू विश्वास समेत अतिथियों ने महान वैज्ञानिक डॉ. सर सीवी रमन के तस्वीर पर पुष्प अर्पित किया। जबकि स्कूली बच्चों ने मैथिली में स्वागत गान प्रस्तुत कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। स्कूल के निदेशक शिव किशोर राय और प्राचार्य राजेश कुमार ने आगंतुक अतिथियों को पुष्पगुच्छ प्रदान कर और शॉल ओढ़ा कर असम्मानित किया। ज्याउल्लाह द्वारा सभी अतिथियों को डॉ. सीवी रमन का मोमेंटो दिया गया। ई. राजकिशोर नारायण यादव, प्रो. रामइकबाल राय, सुरेंद्र कुमार, नसीरूद्दीन, विनोद बिहारी मंडल, आलोक रंजन, दिलीप कुमार शाही, पंकज कुमार, अशरफ आदि ने विचार रखे। कार्यक्रम के तहत सरकारी-गैर सरकारी विद्यालयों के छात्र-छात्राओं के बीच निबंध प्रतियोगिता आयोजित की गई। प्रतियोगिता में सिमरन कुमारी, मेघा कुमारी व सुरुचि कुमारी को क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पुरस्कार दिया गया। मौके पर भारतेंदु सुमन, लखींद्र पासवान, रामेश्वर ओझा, अभय कुमार, अंगार, अवनींद्र भूषण कुमार समेत दर्जनों लोग मौजूद थे।

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