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RGA News
मेरठ में दो सगी बहनों के इच्छामृत्यु मांगे जाने के बाद से प्रशासन में हड़कंप की स्थिति है। बहनों ने पुलिस पर भी उत्पीड़न का आरोप लगाया है। एलआइयू ने घर पहुंचकर जानकारी ली।...
मेरठ :- आर्थिक तंगी से जूझ रही दो बहनों ने इच्छामृत्यु की मांग की तो शासन-प्रशासन में हड़कंप मच गया। गुरुवार को शासन ने रिपोर्ट तलब की। पीड़ितों के घर जाकर एलआइयू ने भी जानकारी जुटाई। हिंदू संगठनों ने आश्वासन दिया कि वह बेटियों को मदद करेंगे और न्याय दिलाएंगे।
पुलिस पर लगाया उत्पीड़न का आरोप
लालकुर्ती थाना क्षेत्र के बेगमबाग निवासी दिशा आठवीं में पढ़ती है,जबकि उसकी बहन हर्षी नौवीं की छात्र है। उन्होंने आरोप लगाया कि लालकुर्ती पुलिस ने उनके चाचा मोहन मंगा को सवा करोड़ के मामले में जेल भेज दिया है और उनका पिता विशाल कुमार मंगा के पीछे भी पुलिस लगी है। कोई साक्ष्य या गवाह नहीं होने के बाद भी लालकुर्ती पुलिस उन्हें बर्बाद करना चाहती है। केस से नाम निकालने के नाम पर तीन लाख रुपये की भी मांग की गई। इन्कार करने पर उनके पिता विशाल मंगा को भी सलाखों के पीछे भेजने की धमकी दी गई है।
स्कूल की फीस तक तो पैसे नहीं
पिता व चाचा की अनुपस्थिति में परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। उनकी मां सुचिता ने बताया कि घर में कमाने वाला कोई नहीं है। बेटियों की फीस तक नहीं दी जा रही है। आर्थिक स्थिति इतनी लचर हो चुकी है कि पढ़ाई छोड़नी भी पड़ सकती है। इसको लेकर दोनों बहनों ने बुधवार को प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति को रजिस्ट्री कर इच्छामृत्यु की मांग की थी। मामले की रिपोर्ट शासन ने तलब कर ली है। एलआइयू ने पीड़ितों से जानकारी ली। उधर,हिंदू संगठनों ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया है।
इनका कहना है
पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और जो भी दोषी होगा उसे कतई नहीं बख्शा जाएगा।
-नितिन तिवारी,एसएसपी मेरठ