गन्ना सूख गया, अब मुझे भी मार डालो

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बरेली न्यूज: मीरगंज

बरेली के मीरगंज डीएसएम शुगर मिल के गांव गुरुगांव स्थित क्रय केंद्र पर गन्ने की तौल आठ दिनों से बंद है। किसान ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में गन्ना लेकर खड़े हैं। शुक्रवार को उनका सब्र जवाब दे गया। सेंटर पहुंचे केन मैनेजर की गाड़ी के आगे परेशान किसान लेट गया। बोला गन्ना सूख रहा है, यदि नहीं तौलना है तो पहले मुझे मार दो फिर आगे जाना। साथी का दर्द देख अन्य किसान भड़के उठे। उन्होंने गन्ना क्रय केंद्र पर जमकर हंगामा किया। घंटों मिल अफसरों से उनकी तीखी झड़प हुई।

चीन मिलें बंद होने के कगार पर हैं। अभी तक किसानों का गन्ना खेतों में खड़ा है। दर्जनों किसान ऐसे हैं जो गन्ना लेकर क्रय केंद्र पर खड़े हैं मगर आठ दिनों से उनकी गन्ने की तौल नहीं हो पाई है। एक ओर उनका गन्ना सूख रहा है तो दूसरी ओर किसान दूसरा काम भी नहीं कर पा रहा है। गांव गुरुगांव के राम सिंह राणा का गन्ना दस दिन से सेंटर पर है। उनके पास पर्ची भी है, मगर गन्ना नहीं तौला जा रहा है। शुक्रवार को सेंटर पर पहुंचे केन मैनेजर पीके त्यागी और सीडीआइ एसएन पाण्डेय से किसान राम सिंह राणा ने गन्ना न तौले जाने का कारण पूछा। इसपर उन्हें बताया गया कि उनका सट्टा बंद हो गया। किसान ने कहा जब उसका गन्ना खेत में खड़ा है और कलेंडर में पर्ची है तो फिर सट्टा कैसे बंद कर दिया गया। इस पर अफसर कोई जवाब नहीं दे सके। नाराज किसानों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। इस दौरान राम सिंह राण केन मैनेजर की गाड़ी के आगे लेट गए। बोले कि पहले मुझे मार दो, तब आगे जाना। इस पर अधिकारी सकते में आ गए। गाड़ी से उतरकर खड़े हो गए। काफी देर तक हंगामा होता रहा। सेण्टर इन्चार्ज उल्फत सिंह किसान को गाड़ी के आगे से हटाने पहुंचे लेकिन वह नहीं हटा। इस पर अफसरों ने कहा कि हम मिल जाकर स्थिति देख लें, जरूर कोई न को समाधान निकालेंगे। अन्य किसानों को भी समस्या हल कराने की बात कह कर किसी तरह अफसर वहां से निकले। दो दर्जन ट्रॉली गन्ना खड़ा है सेंटर पर

क्रय केंद्र पर एक सप्ताह से दो दर्जन से अधिक किसानों का गन्ना तौलने के लिए खड़ा है। इन किसानों के पास पर्ची भी है मगर तौल नहीं की जा रही है। रमेश, परवेंद्र,नरेश, रामरतन, रामवीर,सत्यवीर,दाताराम, जंडैल आदि ऐसे किसान हैं जिनका गन्ना सेंटर पर है, जबकि बबलू, कल्लू, सत्यपाल, महीपाल, रामवीर, धनसिंह, पूरन, सूरजपाल, प्रसादी आदि दो दर्जन से अधिक किसान ऐसे हैं जिनका खेतों में कई एकड़ गन्ना खड़ा है। दलालों के साफ हो गए खेत

एक ओर जहा किसान गन्ना तुलवाने के लिए परेशान है,वहीं इलाके भर के गन्ना माफिया मौज काट रहे हैं। उनका गन्ना खेतों से पूरी तरह साफ हो गया है। फिर भी उनकी रोज दर्जनों पर्चिया आ रही हैं। वह ऐसे किसानों से औने-पौने दामों पर गन्ना खरीद रहे हैं जिनका गन्ना नहीं तुल पा रहा है। किसान दलालों के हाथों लुटने को मजबूर है। दो-दो बार खड़े गन्ने को हो चुका है सर्वे

किसानों ने बताया कि मिल के अफसरों ने किसाने के खेतों में खड़ी फसल को कोई एक नहीं दो-दो बार सर्वे भी बड़े ही गोपनीय ढंग से कर लिया, फिर भी उन किसानों की पर्ची नहीं भेजी जा रहीं है जिनका गन्ना खड़ा है, जबकि दलालों की रोज पर्ची आ रही हैं। किसानों ने मिल के अधिकारियों पर दलालों से मिले होने का आरोप लगाया। किसान मरने को तैयार, अधिकारी कह रहे हैं मजाक कर रहे 

किसानों के साथ कितनी संवेदना है मिल अधिकारियों की इस बात से समझा जा सकता है कि जब गन्ना तुलवान के लिए अफसर की गाड़ी के आगे लेटा रामसिंह राणा के समेत अन्य किसानों की समस्या के बाबत गन्ना विकास अधिकारी एसएन पांडेय से पूछा गया तो उनका कहना था कि किसान की कोई समस्या नहीं थी। ऐसे ही मजाक में लेट गया था। हम लोग तो आपस में घुले मिले हैं। हमारी तो ऐसे ही मजाक चलती रहती है। किसानों का दर्द

मेरा गन्ना खेत में खड़ा है और पर्ची नहीं आ रही है। मैं उस गन्ने का क्या करूं। मेरे परिवार का भरण-पोषण कौन करेगा। ऐसे में मरने के अलावा मेरे सामने और काई विकल्प नहीं है।

-राम सिंह राणा, गन्ना किसान

------- हम लगातार मिल और गन्ना समिति के संपर्क में हैं। कई बार अधिकारियों से मिल चुके हैं। मिल की ओर से हमें भरोसा दिया गया है कि जब तक किसान का गन्ना खेत में खड़ा है तब तक मिल चलेगी, मगर अधिकारी स्तर पर कहीं न कहीं किसानों को गुमराह किया जा रहा है।

-अनिल कुमार यादव, डायरेक्टर गन्ना समिति बरेली

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