जिन हाथों में होनी थीं किताबें उन हाथों में विरोध की तख्तियां क्यों 

Raj Bahadur's picture

RGA News

मैथ और इकॉनामिक्स की परीक्षा दे चुके छात्रों की नींद इस पेपर लीक मामले ने उड़ा दी है। छात्रों ने काफी मेहनत से अपनी परीक्षा की तैयारी की थी अब उन्हें पता चला है कि उन्हें दोबारा से पेपर देना होगा।

पेपर लीक होने की घटना को लेकर छात्रों में काफी रोष है-

कहा जाता है कि स्टूडेंट किसी भी समाज की वो नींव होते हैं जिसके ऊपर देश का भविष्य टिका होता है छात्र भी अपनी इस अहम जिम्मेदारी को बखूबी समझते हैं और अपना फोकस पढ़ाई पर रखते हुए अच्छे मार्क्स लाने में जुटे रहते हैं। सीबीएसई की परीक्षायें काफी अहम होती स्टूडेंट इसको लेकर खासी गंभीरता से पढ़ाई करते हैं ना सिर्फ स्टूडेंट बल्कि उनके पेरेंट्स भी इस कवायद में उनके साथ जुटे रहते हैं।CBSE की परीक्षाओं में अच्छे मार्क्स लाना छात्रों के लिए खासा चुनौतीपूर्ण होता है और इसके लिए वो शिड्यूल बनाकर जमकर मेहनत करते हैं क्योंकि अच्छे मार्क्स के बेसिस पर ही उनका आगे का करियर बनता है।

मार्क्स की होड़ छात्रों के बीच जबर्दस्त होती है और हर छात्र अपने साथी छात्रों से आगे निकलने में लगा रहता है। इतनी कड़ी मेहनत और दबाब के बीच पढ़ाई करने के बाद जब स्टूडेंट्स एक्जाम देने जाते हैं ताकि बेहतर रिजल्ट आए।मगर क्या हो जब सिस्टम की खामी के चलते पता लगता है कि पेपर लीक हो गया है और लोगों के बीच सर्कुलेट हो रहा है सोचिए क्या बीतती होगी उस छात्र पर जो रात दिन की कड़ी पढ़ाई करके एक्जाम देने जाता है, वो हक्का बक्का रह जाता है जब उसे पता लगता है कि चंद पैसे के लालचियों के नीच काम के चलते उनको दोबारा से परीक्षा देनी होगी। मुश्किल में वे छात्र हैं जो परीक्षा देने के बाद राहत की सांस ले रहे थे अब उन्हें नए सिरे से परीक्षा की तैयारी करनी होगी।

CBSE पेपर लीक पर रोष में भरे स्टूडेंट  बोले, 'हमारी क्या गलती हम क्यों भुगतें', 

News Category: 
Place: 

Scholarly Lite is a free theme, contributed to the Drupal Community by More than Themes.