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Lok Sabha Election 2019 हाल ही में वेटरन एक्टर परेश रावल ने भी राजनीति लोकसभा चुनाव ना लड़ने का एलान किया। परेश अहमदाबाद पूर्व से भाजपा सांसद हैं।...
मुंबई:-लोक सभा चुनाव 2019 की तैयारियां पूरे शबाब पर हैं। चुनावी समर में ताल ठोकने के लिए तमाम राजनीतिक दल अपने-अपने ढंग से जुटे हुए हैं। सिनेमा का भी सियासत से पुराना रिश्ता रहा है। एक्टर्स की तमाम पीढ़ियों ने राजनीति में सक्रियता दिखायी है और ज़रूरत पड़ने पर चुनावी दंगल में कूदे भी हैं। हालांकि इनमें कुछ सितारे ऐसे भी हैं, जिन्होंने फ़िल्मों में कामयाबी की जो ऊंचाई छुई, वैसा सियासत में ना कर सके।
सिनेमा में अपने स्टारडम से लोगों के दिल जीतने वाले, सियासत में फ्लॉप साबित हुए और आख़िरकार उन्हें कुछ वक़्त बाद सिनेमा की तरफ़ लौटना पड़ा, राजनीति को पूरी तरह अलविदा कहकर।
राजेश खन्ना जैसा स्टारडम हिंदी सिनेमा के किसी सुपरस्टार ने नहीं देखा और भविष्य में इसकी संभावना भी कम है। मगर, राजनीति के मंच पर राजेश खन्ना फ्लॉप एक्टर साबित हुए। कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव जीतकर राजेश खन्ना 1992 से 1996 कर नई दिल्ली के सांसद रहे, मगर सियासत की पारी लंबी नहीं चली।
हिंदी सिनेमा के पर्दे पर नायक के नए तेवर पेश करने वाले अमिताभ बच्चन ने सियासत में क़िस्मत आज़मायी और 1984 में इलाहाबाद से रिकॉर्ड मतों से लोकसभा चुनाव जीता भी, मगर तीन साल बाद ही अमिताभ बच्चन को अहसास हो गया कि राजनीति के वो कभी सुपरस्टार नहीं बन सकते। बच्चन ने इस्तीफ़ा देकर सियासत छोड़ दी।
धर्मेंद्र का फ़िल्मी सफ़र जितना शानदार रहा, उनका पॉलिटिकल करियर उतना ही आलोचनाओं का शिकार बना। धर्मेंद्र ने 2004 में बीकानेर से भाजपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव जीता, मगर संसद में ग़ैरहाज़िरी के लिए उन्हें क्रिटिसाइज़ किया जाता रहा। धर्मेंद्र ने इसके बाद राजनीति छोड़
गोविंदा ने हिंदी सिनेमा में अपनी कॉमिक टाइमिंग से फ़ैंस का ख़ूब मनोरंजन किया है, मगर जब इस स्टारडम को राजनीति में करियर बनाने के लिए इस्तेमाल किया तो ट्रैजडी हो गयी। 2004 में गोविंदा ने कांग्रेस के टिकट पर मुंबई की विरार कांस्टिचुएंसी से लोकसभा चुनाव लड़ा, जीते भी, मगर उनका कार्यकाल काफ़ी विवादों भरा रहा। 2008 में गोविंदा ने अपने पॉलिटिकल करियर के क्लाइमेक्स का एलान कर दिया।
संजय दत्त के पिता सुनीत दत्त कामयाब राजनेता थे। उनकी बहन प्रिया दत्त भी राजनीति में सक्सेसफुल रही हैं। मगर, संजय पॉलिटिक्स में फ्लॉप रहे। उन्होंने 2009 के लोकसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी के टिकट पर नामांकन करवाया मगर अदालत ने उनके कंविक्शन को सस्पेंड करने के इंकार कर दिया, जिसके चलते चुनाव नहीं लड़ सके। उन्हें पार्टी का महासचिव बनाया गया, मगर 2010 में संजय ने पद और पार्टी छोड़ दी।
हाल ही में वेटरन एक्टर परेश रावल ने भी राजनीति लोकसभा चुनाव ना लड़ने का एलान किया। परेश अहमदाबाद पूर्व से भाजपा सांसद हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, परेश ने 4-5 महीने पहले की पार्टी आलाकमान को अपने फ़ैसले से अवगत करवा दिया था। हालांकि परेश ने कहा है कि बतौर कार्यकर्ता वो भाजपा से जुड़े रहेंगे।इनके अलावा मौजूदा दौर में टीवी की बहू रहीं स्मृति ईरानी, वेटरन एक्टर राज बब्बर, शुत्रुघ्न सिन्हा, किरन खेर, हेमा मालिनी ऐसे सेलेब्रिटीज़ हैं, जो सफलतापूर्वक सक्रिय राजनीति में सहभागिता कर रहे हैं।
सिर्फ़ हिंदी सिनेमा ही नहीं, साउथ फ़िल्म इंडस्ट्री के सितारे भी राजनीति में सक्रिय सहभागिता करते रहे हैं। फ़िलहाल कमल हासन, रजनीकांत और प्रकाश राज सियासत के मैदान में अपना दमख़म दिखाने की तैयारी कर रहे हैं। कमल और रजनी राजनीतिक दल बना चुके हैं, जबकि प्रकाश राज निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले हैं।