![Praveen Upadhayay's picture Praveen Upadhayay's picture](https://bareilly.rganews.com/sites/bareilly.rganews.com/files/styles/thumbnail/public/pictures/picture-4-1546617863.jpg?itok=SmNXTJXo)
Rga news
उत्तर कोरिया ने फिर एक नए हथियार का परीक्षण किया है। बताया जाता है कि ट्रंप और किम की विफल हुई वार्ता के बाद उत्तर कोरिया का यह पहला परीक्षण है।...
सियोल:- उत्तर कोरिया ने अमेरिका के साथ परमाणु वार्ता को लेकर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। इस कवायद में उसने गुरुवार को एक नए हथियार का परीक्षण किया और फिर अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपियो को वार्ता से हटाने की मांग की। उत्तर कोरिया ने कहा कि वह पोंपियो के साथ अब वार्ता नहीं करना चाहता। अगर वह रहते हैं तो वार्ता फिर विफल हो जाएगी। इसलिए उनकी जगह किसी परिपक्व व्यक्ति को नियुक्त किया जाना चाहिए। गत फरवरी में ट्रंप और किम की विफल हुई वार्ता के बाद उत्तर कोरिया ने पहला परीक्षण किया है।
उत्तर कोरिया की सरकारी न्यूज एजेंसी केसीएनए के अनुसार, किम जोंग की निगरानी में उत्तर कोरिया ने एक नए गाइडेड हथियार का परीक्षण किया है। केसीएनए ने नए हथियार के बारे में ज्यादा विवरण नहीं दिया, लेकिन कहा कि सामरिक दृष्टि से यह शक्तिशाली हथियार है। यह माना जा रहा है कि नए तरह का यह हथियार मध्यम या लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल नहीं हो सकती क्योंकि इसका अमेरिका के साथ दोबारा वार्ता शुरू करने के प्रयासों को झटका लग सकता है।
इस परीक्षण के कुछ घंटे बाद ही केसीएनए ने विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी क्वोन जोंग गन के हवाले से कहा 'अगर अमेरिका ने उस मूल कारण को नहीं हटाया जिससे उत्तर कोरिया परमाणु हथियार विकसित करने के लिए विवश होगा, तो कोई भी व्यक्ति कोरियाई प्रायद्वीप की स्थिति के बारे में अनुमान नहीं लगा सकेगा। मुझे यह डर है कि अगर पोंपियो के साथ फिर वार्ता होती है तो यह फिर उलझ जाएगी। अगर अमेरिका के साथ दोबारा बातचीत शुरू होती है, तो उस सूरत में मेरी यह इच्छा है कि हमारी बातचीत पोंपियो के साथ ना हो।'
दो बार हो चुकी है ट्रंप-किम वार्ता
उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच गत फरवरी में वियतनाम में दूसरी बार शिखर वार्ता हुई थी। यह वार्ता बेनतीजा समाप्त हुई थी। ट्रंप और किम की पहली शिखर वार्ता गत जून में सिंगापुर में हुई थी। इन वार्ताओं की तैयारी के सिलसिले में पोंपियो और उत्तर कोरिया के अधिकारियों के बीच कई दौर की बातचीत हुई थी।