पवन एक्‍सप्रेस में पंखा न चलने पर यात्रियों ने ट्रेन रोकी, हंगामे के बाद जागे रेल अधिकारी

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 लापरवाहियां रेल यात्रियों को भारी पड़ने लगी हैं। रेलवे की उपेक्षा का दंश यात्री झेलने के बाद जब उग्र होते हैं तो ही विभाग जिम्‍मेदारी उठाता है। ...

RGA News वाराणसी:- गर्मी की शुरुआत होते ही रेलवे की लापरवाहियां रेल यात्रियों को भारी पड़ने लगी हैं। रेलवे की उपेक्षा का दंश यात्री झेलने के बाद जब उग्र होते हैं तो ही रेलवे के अधिकारियों को अपना जिम्‍मा याद आता है। कुछ ऐसा ही मामला वाराणसी में मंगलवार को समाने आया जब पवन एक्सप्रेस की एक बोगी में पंखा न चलने से पसीना पसीना हुए रेल यात्रियों ने आजिज आकर ट्रेन वाराणसी स्थित कैंट रेलवे स्‍टेशन पर हंगामा कर दिया।

रेलवे स्‍टेशन पर हंगामा होते देख अधिकारियों के हा‍थ पांव फूल गए। बवाल होता देख मौके पर पहुंचे रेलवे अधिकारी यात्रियों को समझाने बुझाने में लगे रहे मगर यात्री पंखा ठीक कराने की मांग पर अडे रहे। इस दौरान ट्रेन रवाना न होने देने की आशंका पर मैकेनिक को बुलाकर पंखा ठीक कराया गया इसके बाद ही रेल यात्रियों का गुस्‍सा शांत हुआ और काफी देर तक खड़ी ट्रेन आखिरकार कैंट स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर चार से देर से रवाना हो सकी। इस दौरान प्‍लेटफार्म संख्‍या चार पर विवाद होता देख काफी भीड़ भी जुट गई।  

उमस भरी गर्मी के मौसम में बिना बिजली और पंखों के बीच सफर करने को मजबूर पवन एक्सप्रेस के यात्रियों ने कैण्ट स्टेशन पर हंगामा किया। शिकायत दूर नहीं हुई तो प्रदर्शनरत कर्मचारियों ने चेन पुलिंग करके ट्रेन रोक दिया। हंगामा बढ़ता देख मौके पर पहुंचे टीएलआई (इलेक्ट्रिक) विभाग के कर्मचारियों ने कंप्लेन अटेन्ड किया। करीब एक घंटे बाद ट्रेन गन्तव्य के लिए प्रस्थान हुई। ट्रेन नंबर 11062 पवन एक्सप्रेस में सफर कर मुंबई जा रहे एसके पंडित ने बताया कि दरभंगा से ही एस-4 में बिजली के आने जाने का क्रम लगा हुआ था।

रास्ते में स्टेशन के स्टापेज पर इसकी शिकायत रेल कर्मचारियों से की गई। परेशानी दूर नहीं हुई तो रेल मंत्री को ट्वीट किया। अपने निर्धारित समय के बजाय ट्रेन मंगलवार को सुबह 8.45 बजे कैण्ट स्टेशन पहुची। यहां भी एस-4 बोगी की बिजली ठीक करने की किसी ने रूचि नहीं ली। 9.05 बजे ट्रेन चलने लगी तो यात्रियों ने चेन पुलिंग कर ट्रेन रोक दिया। बिना पंखे के बिलबिलाते हुए यात्री बोगी से बाहर निकल कर हंगामा करने लगे। कर्मचारियों ने मरम्मत कर खामियों को दूर किया। तब जाकर 9.45 बजे ट्रेन रवाना हुई।

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