
बदायूं ब्यूरो चीफ
बिसौली किसानों को अपनी नकदी फसल गन्ना बेचने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा है।
बरेली/बिसौली : किसानों को अपनी नकदी फसल गन्ना बेचने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। अभी तक किसान अपनी उपज को लेकर परेशान हैं। अभी गन्ना खत्म ही नहीं हो सका है और गेहूं की फसल तैयार हो गई है। गन्ना की तौल में भी जिला प्रशासन ने पारदर्शी व्यवस्था बनाए रखने का दावा किया था, लेकिन धरातल पर कहीं दिखाई नहीं पड़ा। जिले के किसानों का गन्ना खेतों में खड़ा रह गया और बाहरी जिलों से
गन्ना मंगा लिया गया। गेहूं खरीद की व्यवस्था पारदर्शी बनाए रखना भी प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती साबित होगी। तहसील क्षेत्र में चौदह गेहूं खरीद केंद्र खोले जाएंगे, बिसौली, फैजगंज और मुढि़या क्षेत्र के किसानों को अपना गेंहू डालने के लिए बीस किमी दूर चलकर जाना होगा। इस बार सरकार ने किसानों का गेहूं खरीदने के लिए सिठौली, हेमपुर, पपगांव, पनौड़ी, बेहटाकोढा, भानपुर, बरौर, वगरैन, नौलीहरनाथपुर, बनकोटा, दो कस्बा वजीरगंज, राजटिकौली, मुसियानगला में क्रय केंद्र खोले गए हैं। सबसे बड़ी बात तो यह है कि बिसौली, फैजगंज बेहटा और मुढि़या क्षेत्र के किसानों को अपना गेहूं बेचने के लिए बीस किमी दूर चलकर जाना होगा। आसफपुर क्षेत्र में सिर्फ राजटिकौली में ही गेहूं क्रय केंद्र खोला गया है। लगभग सौ गांवों के किसानों को आने-जाने में भारी परेशानी होगी। पिछली साल भी सरकार ने इन गांवों की ओर कोई ध्यान नहीं दिया था। इसके साथ ही अभी तक एक किलो गेहूं की खरीद नहीं हुई है। हां यह बात भी सही है कि अभी तक दो चार किसानों ने ही गेहूं की कटाई शुरू की है
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गेहूं खरीद में पूरी चौकसी बरती जाएगी। किसानों की समस्याओं के बारे में उच्चाधिकारियों को बताया जाएगा। अधिक से अधिक बिक्री के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जाएगा।
- मु.अवैश एसडीएम बिसौली