आमजनों की समस्याएं सुलझाने में बांका नंबर दो

Praveen Upadhayay's picture

RGA News

बांका। बांका की लोक शिकायत निवारण कोषांग ने लोगों की समस्याएं सुनने और उसे सुलझाने की रैंकिग में बिहार में दूसरा स्थान हासिल किया है। बांका जिले को राज्य स्तर पर ये मुकाम लोक शिकायत कोषांग में आए आमजनों की शिकायतों के ससमय निष्पादन पर मिला है। शिकायतों के निष्पादन के आधार पर बिहार के सभी राज्यों की मार्किंग में बांका को 100 में 86.05 अंक हासिल हुए हैं। जबकि इस क्षेत्र में पहले पायदान पर रहे किशनगंज जिले को 91.70 अंक मिले हैं। इसके लिए हालिया जारी रिपोर्ट के टॉप टेन की सूची में बांका के बाद गया, खगड़िया, शेखपुरा, गोपालगंज, दरभंगा, नालंदा, सुपौल एवं सहरसा जिला शामिल हैं।

2435 लोगों को मिला न्याय :

न्यायालय, लोक सूचना, आरपटीपीएस एवं सेवा से संबंधित जुड़े मामलों को छोड़ अन्य सभी तरह के मामलों का त्वरित निष्पादन के लिए सरकार ने पांच जून 2016 को लोक शिकायत निवारण कोषांग का गठन किया था। तब से लेकर आज तक बांका लोक शिकायत निवारण कोषांग में 2501 लोगों ने अपनी शिकायतें दर्ज कराई। इसमें अब तक 2435 आवेदकों को न्याय मिल चुका है। जबकि तकनीकी कारणों से 790 आवेदनों को अस्वीकृत कर दिया गया एवं 66 मामले लंबित हैं

टॉप टेन की सूची से भी बाहर पड़ोसी जिला :

बांका के पड़ोसी जिले जन शिकायतों के निष्पादन के मामले में टॉप टेन की सूची से भी बाहर हैं। इसमें भागलपुर 13 वें और मुंगेर जिला 19 वें पायदान पर है। जबकि रैंकिग की दौड़ में पिछड़े पड़ोसी जिला जमुई 35 वें स्थान पर हैं।

केस स्टडी वन :

धोरैया प्रखंड के रनगांव निवासी अनिल कुमार सिंह ने 28 मार्च 2019 को धोरैया दक्षिणी के जिप सदस्य सोनी सिंह के खिलाफ कागज पर ही पंजवारा से पैर मुख्य सड़क (रनगांव) से दुर्गा मंदिर वार्ड संख्या पांच संजय सिंह के घर तक कागज पर पीसीसी सड़क निर्माण दिखाकर राशि गबन करने की शिकायत की थी। जिला परिषद के लोक प्राधिकार कार्यपालक अभियंता की जांच में मामला सही पाया गया। इसके बाद सड़क निर्माण कार्य शुरु कराते हुए दो मई को मामले का निष्पादन कर दिया गया।

केस स्टडी टू :

बनियांकुरा सठियारी गांव निवासी रीना कुमारी ने चार मार्च 2019 को आवेदन देकर हड़हार पंचायत के जन वितरण प्रणाली के विक्रेता की चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाया था। उसने जविप्र दुकानदार के लिए चयनित ज्योति साहा के खिलाफ फर्जी प्रमाण पत्र व मेघा सूची में बीए में 36.39 फीसद अंक की जगह 59.63 अंक दर्शाए जाने का आरोप लगाया था। जिसकी जांच में एसडीओ ने मामले को सही पाया। इसके बाद उसका चयन रद्द करते हुए तीन मई को मामले की सुनवाई पूरी कर दी गई।

कोट

लोक शिकायत निवारण कोषांग में आने वाली शिकायतों का समय पर निष्पादन कर पीड़ित को न्याय दिलाई जा रही है। अब तक यहां आए 2501 मामलों में 2434 मामलों की सुनवाई पूरी कर दी गई है। मामलों के निष्पादन के लिए बांका जिले को राज्य में दूसरा स्थान मिला है।

अमिताभ सिन्हा, लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी

News Category: 
Place: 

Scholarly Lite is a free theme, contributed to the Drupal Community by More than Themes.