बदल रहा खानपान..हो रहा डिहाइड्रेशन

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RGA News

शामली : पारा चढ़ता जा रहा है और ऐसे में डिहाइड्रेशन के मरीज बढ़ रहे हैं। सीएचसी शामली में ही रोजाना काफी मरीज पहुंच रहे हैं, जबकि निजी चिकित्सकों के यहां भी भीड़ है। बच्चों से लेकर युवा और बुजुर्ग गर्मी में डिहाईड्रेशन के शिकार बन रहे हैं। चिकित्सकों की मानें तो खानपान में थोड़ा बदलाव कर इस समस्या से काफी हद तक निजात पाई जा सकती है। डिहाइड्रेशन के साथ ही पेट में इंफेक्शन, टायफाइड बुखार के मरीज भी काफी सामने आ रहे है। जरा लापरवाही हुई तो डिहाइड्रेशन व इंफेक्शन, टायफाइड बुखार घेर रहा है। शामली सीएचसी पर रोजाना 50 से 60 मरीज इन बीमारियों से ग्रसित होने पर उपचार के लिए पहुंच रहे है। क्या होता है डिहाइड्रेशन

शरीर में फ्लूड्स खासतौर पर पानी की कमी डिहाइड्रेशन का कारण होती है। जिसमें पानी की मात्रा धीरे-धीरे सेल्स के द्वारा बाहर निकलने लगती है और बाहर से बॉडी को पानी की उतनी मात्रा नहीं मिल पाती जितनी उसे जरूरत होती है। अधिकांश गर्मियों के मौसम में यह समस्या देखी जाती है। हमारे शरीर में 70 फीसद पानी की मात्रा होती है। इसलिए डाक्टर रोजाना आठ से 10 गिलास पानी पीने की सलाह देते है। डिहाइड्रेशन के चलते पसीना आना, गैस्ट्रोइन्टेस्टिनल, बुखार, लू लगने जैसी प्रॉब्लम होने लगती है। शरीर में पानी की कमी से किडनी पर भी असर पड़ता है और पेट से संबंधित कई प्रकार की बीमारियों भी होने लगती हैं। डिहाइड्रेशन होने के कारण

बुखार, धूप के प्रभाव और जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज करने से यह समस्या हो सकती है

उल्टी, दस्त और यूरिन के इन्फेक्शन के कारण खाने व पानी पीने के मात्रा का बैलेंस न होना।

स्किन इन्फेक्शन, बीमारी व मुंह की किसी भी प्रकार की बीमारी होने पर। डिहाइड्रेशन के लक्षण

- प्यास बढ़ जाती है।

- मुंह बार-बार सूखता रहता है।

- कमजोरी व चक्कर आना

- थकावट व पसीना आना

- बार-बार पेशाब जाना डिहाइड्रेशन के नुकसान

- सांस-हार्ट बीट तेज चलेगी।

- चिड़चिड़ाहट और कंफ्यूजन।

- ब्लड प्रेशर कम होना।

- पेशाब कम होना।

- फीवर आ जाना।

- पसीना कम आएगा।

- व्यक्ति बेहोश हो सकता है। डिआइड्रेशन से बचाव

- पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।

- कॉफी, कोला पेय से बचें।

- मसालेदार भोजन न करें।

- पोटैशियम युक्त डाइट लें।

- लाइट और ढीले कपड़े पहनें।

- ज्यादा एक्सरसाइज न करें।

- सिगरेट और शराब न पिएं। चिकित्सकों की राय-

डिहाइड्रेशन के लक्षण रोगी को कुछ ही दिनों में इसके लक्षण का पता चलने लगता है। इसे खुद-ब-खुद दूर किया जा सकता है, लेकिन कई बार इसकी अनदेखी भी समस्या को बढ़ा देती है व डॉक्टर की सहायता लेने पड़ती है। इन लक्षण के पाएं जाने पर तुरंत डॉक्टर से चेकअप कराना चाहिए।

डा. बिजेंद्र कुमार, चिकित्साधिकारी शामली

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