RGA News
समस्तीपुर। जंक्शन पर एक से दूसरे प्लेटफॉर्म पर जाने के लिए दो-दो फुट ओवरब्रिज है। यहां से हर दिशाओं में जाने के लिए प्रत्येक दिन 40 हजार से करीब यात्री सफर करते है। पर,लगन और त्योहार में यह आंकड़ा बढ़ जाता है। भीड़ नियंत्रण के लिए एफओबी के पास किसी तरह की सुरक्षा व्यवस्था नहीं दिखती। यात्रियों की भीड़ से आरपीएफ और जीआरपी को कोई मतलब नहीं है। ओवरब्रिज पर सख्त मनाही के बाद भी लोग बैठे रहते है। इस बीच ट्रेन आने की सूचना पर एक से दूसरे प्लेटफॉर्म पर पहुंचने के लिए यात्रियों में अफरातफरी मच जाती है। ऐसे में यहां कभी मुंबई जैसा बड़ा हादसा हो सकता है। पूर्व में भगदड़ के कारण तीन यात्रियों की मौत भी हो चुकी है। समस्तीपुर रेल मंडल के ए ग्रेड श्रेणी में शामिल समस्तीपुर जंक्शन से मंडल को अधिक राजस्व आता है। जंक्शन से नई दिल्ली, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, झारखंड सहित अन्य राज्यों के लिए ट्रेनों का परिचालन होता है। आरपीएफ और जीआरपी की टीम नहीं लगाती राउंड
जंक्शन पर प्लेटफॉर्म के दोनों दिशा पूर्व और पश्चिम में एक-एक एफओबी बनाया गया है। इस पर आरपीएफ व जीआरपी की टीम द्वारा राउंड नहीं लगाया जाता है। मुजफ्फरपुर दिशा की ओर परिचालित होने वाली ट्रेन के तरफ एफओबी पर यात्रियों की अत्यधिक भीड़ रहती है। यात्री ट्रेन के आगमन से पूर्व एफओबी पर ही ट्रेन का इंतजार करते है। ऐसी स्थिति में पुल से प्लेटफॉर्म पर उतरने के दौरान भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। प्लेटफॉर्म बदलने के कारण यात्रियों को होती परेशानी
जंक्शन पर ट्रेन के आगमन से पूर्व अधिकतर यात्री प्लेटफॉर्म पर ट्रेन का इंतजार करते है। इसी बीच दो अलग-अलग ट्रेन के एक साथ आगमन को लेकर अंतिम समय में प्लेटफॉर्म बदल दिया जाता है। ऐसी स्थिति में यात्रियों की परेशानी बढ़ जाती है। ट्रेन से उतरने व चढ़ने वाले यात्रियों के बीच धक्का-मुक्की की भी स्थिति उत्पन्न हो जाती है।