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लखनऊ ब्यूरो चीफ रामजी यादव
दो जिलों की तीन तहसीलों के 87 गांवों को भी सूखाग्रस्त घोषित किया गया है। प्रमुख सचिव राजस्व सुरेश चंद्रा ने इस बारे में संबंधित जिलाधिकारियों को शासनादेश जारी कर दिया है।
लखनऊ राज्य सरकार ने प्रदेश की सात और तहसीलों को सूखाग्रस्त घोषित किया है। दो जिलों की तीन तहसीलों के 87 गांवों को भी सूखाग्रस्त घोषित किया गया है। प्रमुख सचिव राजस्व सुरेश चंद्रा ने इस बारे में संबंधित जिलाधिकारियों को शासनादेश जारी कर दिया है।
शासनादेश के मुताबिक सोनभद्र की घोरावल, दुद्धी व राबर्ट्सगंज, मीरजापुर की मडि़हान, झांसी की गरौठा व मऊरानीपुर और महोबा की महोबा तहसील को सूखाग्रस्त घोषित किया गया हैै। ललितपुर की तालबेहट तहसील के 12 तथा झांसी की झांसी तहसील के 27 व टहरौली तहसील के 48 गांवों को भी सूखाग्रस्त घोषित किया गया है। इन तहसीलों और गांवों को राज्य सूखा अनुश्रवण समिति की सिफारिश पर सूखाग्रस्त घोषित किया गया है।
इन तहसीलों व गांवों में सूखे से प्रभावित किसानों से राजस्व की वसूली स्थगित या माफ की जा सकती है। प्रभावित किसानों व लोगों की मदद के लिए राहत शिविर संचालित किये जाएंगे जिनमें वृद्ध, अक्षम लोगों तथा निराश्रित बच्चों को सामुदायिक रसोई के माध्यम से भोजन, अनाज और निश्शुल्क चिकित्सा सुविधा दी जाएगी। सूखाग्रस्त घोषित तहसीलों में जिन लघु व सीमांत किसानों की 33 प्रतिशत या इससे अधिक फसल को नुकसान हुआ है।
उन्हें केंद्र सरकार के मानक अनुसार कृषि निवेश अनुदान (मुआवजा) दिया जाएगा। इससे पहले महोबा की कुलपहाड़ और चरखारी तहसीलों को सूखाग्रस्त घोषित किया गया था। सूखाग्रसत घोषित क्षेत्रों में सूखे से निपटने की कार्ययोजना तत्काल लागू करने के निर्देश दिये गए हैं। विशेष ख्याल रखने के लिए कहा गया है कि सूखे की वजह से कोई व्यक्ति भुखमरी का शिकार न हो।