एक साथ उठेंगी, मां-बेटी, बहू व नाती की अर्थी, हाइवे से पोस्टमार्टम हाउस तक कोहराम

Praveen Upadhayay's picture

 RGA NEWS 
(हादसा) 
 सीतापुर: ये क्या किया भगवान अब मुझे कौन संभालेगा। वह तो अपनी मां के अंतिम दर्शन को जा रही थी लेकिन ऐसी अनहोनी हुई कि अब घर से एक साथ चार अर्थियां उठेंगी। यह बोझ अब सहा नहीं जाएगा। हादसे के बाद बदहवास हुए संजय बार-बार यही दोहरा कर बेहोश हुआ जा रहा था। रामकोट के हेमपुर नेरी के पास हुई दुर्घटना में उसकी पत्नी ऊषा, बच्चे शिवम व सरहज की मौत हो गई। वहीं घटना से कुछ देर पहले ही सास की मौत का गम भी उसे साल रहा था। ट्रक व टैम्पो की टक्कर में संजय के परिवार के साथ कई अन्य परिवारों की खुशियां भी तबाह हो गईं।

बताते हैं कि शहर के मिर्दही टोला निवासी बिटोली देवी की बीमारी के चलते शनिवार भोर मौत हो गई। अंत्येष्टि शनिवार को ही की जानी थी। ऊषा अपने बच्चे शिवम व सरहज के साथ मां की अंत्येष्टि में शामिल होने निकली थी लेकिन हादसे का शिकार हो गई। जिसकी वजह से बिटोली की अंत्येष्टि का कार्यक्रम रोक दिया गया। अब परिवार के सदस्य बिटोली देवी के साथ ही उसकी पुत्री ऊषा देवी, नाती शिवम व बहू रिंकी देवी की भी अंत्येष्टि करेंगे।

Scholarly Lite is a free theme, contributed to the Drupal Community by More than Themes.