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संवाददाता, मेरठ
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आइओसी) से सप्लाई होने वाले डीजल-पेट्रोल को टैंकरों से चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। क्राइम ब्रांच और टीपीनगर थाना पुलिस ने पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया है।
पूठा गांव में स्थित आइओसी के तेल डिपो से पश्चिम उप्र के कई जिलों में डीजल-पेट्रोल सप्लाई किया जाता है। कई दिन पूर्व मुखबिर ने पुलिस और क्राइम ब्रांच को सूचना दी कि डिपो से बाहर निकलने वाले टैंकरों से तेल निकालकर बेच दिया जाता है। बुधवार रात टीपीनगर थाना प्रभारी ब्रिजेश कुमार शर्मा व क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर जयवीर सिंह ने टीमों के साथ जाल बिछाया। डिपो से एक टैंकर डीजल लेकर गजरौला की इन्सलको फैक्ट्री के लिए चला तो टीम ने पीछा शुरू कर दिया। टैंकर को दिल्ली-रुड़की हाईवे स्थित सुभारती अस्पताल के पास एक वेल्डिंग की दुकान पर रोका गया, जहां टैंकर से करीब 50 लीटर डीजल दो केन में निकाल लिया गया। टीम ने घेराबंदी कर टैंकर मालिक अभिषेक, उसके भाई कैंटर ड्राइवर धर्मेद्र निवासी कृष्णा विहार, क्लीनर विजय सिंह निवासी गुलावठी को पकड़ लिया। गांव मदरा (मुरादाबाद) निवासी इन्सलको फैक्ट्री के गार्ड राजीव व वेल्डिंग की दुकान चलाने वाले घाट गांव निवासी मुकेश को भी धर दबोचा
टीपीनगर थाना प्रभारी ने बताया कि गिरोह के सदस्य डिपो से निकलने वाले टैंकरों से 50 से 70 लीटर डीजल या पेट्रोल निकाल लेते थे। इसमें से आधा तेल मुकेश को बेच दिया जाता था। डीजल को 40 और पेट्रोल को 50 रुपये प्रति लीटर खरीदने के बाद मुकेश इसे 10 से 20 रुपये प्रति लीटर के मुनाफे पर बेचता था। यह गिरोह आधा तेल खुद रखता था, जिसमें से कुछ टैंकर में डाल दिया जाता था और कुछ की कालाबाजारी कर दी जाती थी। डीएसओ विकास गौतम ने पांच आरोपितों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया है।
मेरठ में बनवाई गई स्पेशल चाबियां
एएसपी क्राइम सतपाल ने बताया कि टैंकर को खोलने के लिए जिस तरह की चाबी का इस्तेमाल होता है उसे बनाना बेहद कठिन होता है। एक जानी-मानी कंपनी ने भी पिछले दिनों इस चाबी को बनाने से इन्कार कर दिया था, लेकिन तेल माफिया ने मेरठ में एक व्यक्ति से स्पेशल चाबी बनवाई थीं और उसी से टैंकर का लॉक खोला या बंद किया जा सकता है। इस डुप्लीकेट चाबी को बनाने के लिए तेल माफिया ने व्यक्ति को कई हजार रुपये दिए थे। दो मोबाइल मिले हैं, जिनके आधार पर चाबी बनाने वाले की तलाश की जा रही है।
आरोपितों से पूछताछ कर पता लगाया जा रहा है कि गिरोह में और कितने सदस्य शामिल हैं। शुक्रवार को आरोपित न्यायालय में पेश किए जाएंगे।
-मान सिंह चौहान, एसपी सिटी