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नवी मुंबई में एक पुल के खंभे पर आतंकी संगठन आइएसआइएस सहित कुछ अंतरराष्ट्रीय आतंकियों के नाम लिखे हैं जिससे सनसनी फैल गयी है पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। ...
मुंबई:-नवी मुंबई में एक पुल के खंभे पर लिखे कुछ अस्पष्ट संदेशों से सनसनी फैल गई है। इन संदेशों में आतंकी संगठन आइएसआइएस सहित कुछ अंतरराष्ट्रीय आतंकियों के नाम लिखे हैं। साथ ही मुंबई के एक उपनगर कुर्ला एवं उत्तरप्रदेश के शहर गोरखपुर का भी उल्लेख है। इन संदेशों से नवी मुंबई पुलिस ने हाई एलर्ट की घोषणा करते हुए पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।
ये संदेश रायगढ़ जनपद के उरण इलाके में खोपटे ब्रिज के एक खंभे पर कोयले से लिखे पाए गए हैं। इन संदेशों में इस्लामिक स्टेट (आइएस) के साथ-साथ उसके मुखिया अबू बक्र अल-बगदादी सहित हाफिज सईद का भी जिक्र है। इनके साथ-साथ इन संदेशों में केजरीवाल एवं धोनी के नामों का भी जिक्र है। नक्शा बनाकर पोर्ट, गैस, पेट्रोल आदि शब्द लिखे गए हैं।
बता दें कि जिस खंभे पर ये अस्पष्ट संदेश लिए गए हैं, वहां से कुछ ही किलोमीटर दूर जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट, ओएनजीसी एवं उरण का सैन्य अड्डा भी है। कुर्ला और गोरखपुर का उल्लेख भी इन संदेशों में है। संदेश में आइएस की तारीफ करते हुए लिखा गया है कि आइएसआइएस इस्लामिक स्टेट के लड़ाके सबसे तेज। संदेश में लिखा है कि दुनिया और पूरा कायनात हमारे लिए एक छोटी नाव है। जिस नाम में बैठ के मछली पकड़ते हो, उसी नाव में बैठ के खुदा की खुदाई को ललकारते हो।
नवी मुंबई के पुलिस आयुक्त संजय कुमार के अनुसार पुलिस ने खंभे के पास से सभी सबूत इकट्ठा कर लिए गए हैं और उनकी जांच की जा रही है। आसपास के सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले जा रहे हैं। संजय कुमार के अनुसार संदेशों में राजनीतिज्ञों एवं कुछ और विशिष्ट व्यक्तियों के नाम लिखे हैं। इसलिए पुलिस पूरी गंभीरता से इस मामले की जांच कर रही है। हालांकि खंभे के पास से पुलिस को बीयर की कई खाली बोतलें भी मिली है। आसपास के लोगों के कहना है कि यह सुनसान जगह शराब पीने वाले युवकों का पसंदीदा अड्डा बन चुकी है। लेकिन पुलिस खंभे पर लिखे गए संदेशों को सिर्फ नशे में की गई हरकत मानकर कोई जोखिम नहीं लेना चाहती। नवी मुंबई अपराध शाखा के अलावा इस मामले की जांच के लिए पुलिस की एक विशेष टीम गठित कर दी गई है। बता दें कि मुंबई इससे पहले भी कई बार आतंकी हमलों का शिकार हो चुकी है। दो बार आतंकियों ने मुंबई पर हमले के लिए समुद्री रास्तों का ही उपयोग किया था।