ब्रिटेन का टेक वीजा चाहने वालों में भारतीय सबसे आगे, साल भर में बढ़ गए 45 प्रतिशत आवेदक

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ब्रिटेन के टेक्नोलॉजी सेक्टर में सेवाएं देने के लिए भारत और अमेरिका के पेशेवर और उद्यमी सबसे ज्यादा इच्छुक हैं। ...

लंदन:-ब्रिटेन के टेक्नोलॉजी सेक्टर में सेवाएं देने के लिए भारत और अमेरिका के पेशेवर और उद्यमी सबसे ज्यादा इच्छुक हैं। दोनों देशों के नागरिकों ने इसके लिए सबसे ज्यादा संख्या में वीजा के लिए आवेदन किया है। ब्रिटेन के गृह मंत्रालय की शाखा टेक नेशन से यह बात सामने आई है। यह शाखा तकनीक क्षेत्र में कार्य करने के इच्छुक लोगों के लिए वीजा जारी करती है।

टेक नेशन ने पाया है कि ब्रिटेन के टेक्नोलॉजी सेक्टर में भारतीयों की बड़ी संख्या काम कर रही है, जो साल दर साल बढ़ती जा रही है। 2018-19 में इस क्षेत्र में 650 भारतीयों ने वीजा के लिए आवेदन किया जबकि इससे पूर्व के वर्ष में 450 पेशेवरों ने वीजा मांगा था।

यह एक साल में 45 प्रतिशत की बड़ी बढ़ोतरी है। सर्वाधिक वीजा मांगने वालों में भारतीय जहां सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं, वहीं अमेरिकी बिजनेस डेवलपर हैं।

इन दोनों देशों के अलावा नाइजीरिया, रूस, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, चीन और दक्षिण अफ्रीका के लोगों ने भी बड़ी संख्या में वीजा के लिए आवेदन किया है। टेक नेशन टीयर 1 ग्रेड के वीजा आवेदनों की स्वीकृति प्रक्रिया देखता है और उनका रिकॉर्ड रखता है। यह खासतौर से डिजिटल टेक्नोलॉजी से जुड़े आवेदनों को देखता है। टैलेंट वीजा के मामले देखने के लिए गृह मंत्रालय में अलग शाखा है।

अपनी ताजा नीति में ब्रिटेन अब पूरी दुनिया की प्रतिभाओं को अपने यहां आमंत्रित कर रहा है। वह हाल के दशकों में धीमी हुई तरक्की की रफ्तार को अब गति देना चाह रहा है।

वह तकनीक क्षेत्र के पेशेवरों के अतिरिक्त विद्वान शिक्षकों को भी आमंत्रित कर रहा है जिससे देश में शिक्षा का स्तर ऊंचा बना रहे और वहां आने वाले विदेशी छात्रों की संख्या में बढ़ोतरी का सिलसिला कायम रहे। नीतिगत आधार पर ब्रिटेन भारत की प्रतिभाओं को ज्यादा मौका दे रहा है और तरक्की की रफ्तार बढ़ाने में उनका सहयोग ले रहा है।

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