Big News today: भारी फोर्स के बीच कार्यालय पहुंचे नगर आयुक्त, भाजपा के 39 पार्षदों ने मेयर को सौंपा सामूहिक इस्तीफा

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RGA News, संवाददाता बरेली

नगर निगम में सत्ता बनाम अफसरों के बीच चल रहे संग्राम में सोमवार का दिन अहम हो गया है। सुबह से ही नगर परिसर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। ...

बरेली:- नगर निगम में सत्ता बनाम अफसरों के बीच चल रहे संग्राम में नौकरशाह भारी पड़ते नजर आ रहे हैं। इससे नाराज होकर सोमवार को पार्षद भाजपा कार्यालय पहुंचे। 39 पार्षदों ने महापौर डॉ. उमेश गौतम और भाजपा महानगर अध्यक्ष डॉ. केएम अरोड़ा को सामूहिक इस्तीफा सौंपा। वहीं, प्रशासन इस मामले में सख्त है। सुबह से ही नगर निगम परिसर को छावनी में तब्दील कर दिया गया। भारी पुलिस फोर्स के बीच नगर आयुक्त सैमुअल पॉल एन दफ्तर में बैठे। 15 दिन बाद पार्षदों के नहीं आने से नगर निगम में माहौल शांत रहा। 

शहर के इस चर्चित प्रकरण में रविवार को दो मुकदमे और दर्ज होने से प्रशासन का रुख पूरी तरह से साफ हो गया। 15 दिन से नगर आयुक्त का कार्यालय घेरकर गरज रहे पार्षदों पर शिकंजा कस दिया गया है। शनिवार को सिटी मजिस्ट्रेट ने धारा 144 के उल्लंघन का मुकदमा दर्ज कराया। रविवार को पुलिस ने अपनी तरफ से संगीन धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज लिया। एक मुकदमा नगर निगम की तरफ से कार्यालय अधीक्षक ने दर्ज कराया है। एक मुकदमे में पार्षदों के साथ महापौर के खास कहे जाने वाले उपसभापति अतुल कपूर को भी शामिल कर लिया गया है।

सोमवार को नगर आयुक्त भारी पुलिस फोर्स के बीच अपने कार्यालय पहुंचे। वह पार्षदों के धरना प्रदर्शन के चलते अभी तक अपने कैंप कार्यालय (कोठी) पर बैठकर सरकारी कामकाज निपटा रहे थे। जिससे वह जनता की समस्याएं नहीं सुन पा रहे हैं। इस पर सोमवार सुबह उन्हें फोर्स की मौजूदगी में दोबारा कार्यालय में बैठाया गया।

सामूहिक इस्तीफे के बाद अगला कदम क्या... ?

दूसरी तरफ पार्षदों ने सामूहिक रूप से मेयर को इस्तीफा सौंप दिया है। पार्षदों ने फिलहाल घोषित तौर पर साफ नहीं किया है कि उनका अगला कदम क्या होगा? मामले में शासन स्तर से भी नजर रखी जा रही है। भाजपा के बड़े पदाधिकारियों के संज्ञान में भी लाया गया है लेकिन कोई भी खुलकर बोलने के लिए तैयार नहीं हैं।

भाजपा पार्षदों समेत उपसभापति पर भी मुकदमा 

भाजपा पार्षदों के खिलाफ रविवार को एक ही दिन में कोतवाली में दो मुकदमे दर्ज हुए। एक मुकदमा सिविल लाइंस चौकी इंचार्ज ने नगर आयुक्त का पुतला फूंकने व धारा 144 का उल्लंघन करने पर दर्ज हुआ। देर रात नगर निगम के कार्यालय अधीक्षक की तरफ से दूसरा मुकदमा दर्ज हुआ। इसमें उपसभापति भी नामजद हैं।

पुलिस की ओर से इन पर दर्ज किया गया मुकदमा

सिविल लाइंस चौकी इंचार्ज सतवीर सिंह पुंडीर की ओर से दर्ज कराए गए मुकदमे में कहा गया है कि 15 जून को दोपहर साढ़े तीन बजे पार्षद मुनेन्द्र यादव, हरिओम, छंगामल, राजेन्द्र मिश्र, अनूप चमन उर्फ चमन सक्सेना के पति, राजकुमार, सतीश कातिब, विनोद कुमार सैनी, सीताराम व आठ-दस अन्य पार्षद अयूब खां चौराहे पर आए और नगर आयुक्त के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। उनके पुतले की शवयात्रा निकालकर उसे जलाया।

निगम के कार्यालय अधीक्षक ने भी 18 पार्षदों पर कराया मुकदमा

दूसरा मुकदमा निगम के कार्यालय अधीक्षक आरपी सिंह की तहरीर पर दर्ज हुआ। आरोप है कि नगर निगम में असंवैधानिक तरीके से धरना-प्रदर्शन किया गया। नगर आयुक्त को ऑफिस में नहीं बैठने दिया गया। पुलिस ने उपसभापति अतुल कपूर, पार्षद विनोद सैनी, सतीश चंद्र कातिब, अवनेश कुमार, छंगालाल मौर्य, नरेश शर्मा बंटी, आरेन्द्र अरोरा, अशोक गंगवार पार्षद पति, चमन सक्सेना पार्षद पति, महेश राजपूत, पूर्व पार्षद सीताराम रघुवंशी, अमित कुमार, मुनेन्द्र सिंह, दीपक सक्सेना, मुकेश सिंघल, अजय कुमार सिंह चौहान, अभिषेक सक्सेना, राजेंद्र मिश्र के नाम शामिल हैं।

नगर निगम के पार्षदों ने दिया सामूहिक इस्तीफा

पिछले 15 दिनों से धरना-प्रदर्शन के बावजूद पार्षद पर दर्ज रिपोर्ट एक्सपंज नहीं करने और नया मुकदमा दर्ज करने के विरोध में सोमवार को 39 पार्षदों ने भाजपा कार्यालय पर मेयर को सामूहिक इस्तीफा सौंपा। सूत्रों के मुताबिक रविवार को दिन भर इसी मुद्दे पर पार्षदों के मत लिए गए थे। देर शाम तक 39 पार्षदों ने इस्तीफा देने का पूरा मन बना लिया था। 

यह है पूरा प्रकरण

पोर्टेबल शॉप अावंटन में दोषी बनाए जाने के बाद पार्षद विनोद सैनी पर रिपोर्ट दर्ज की गई। इसके विरोध में पार्षद एक जून से ही धरना-प्रदर्शन कर रहे थे। उनकी मांग मुकदमा एक्सपंज कराने की है। बीते दिनों सिटी मजिस्ट्रेट ने नगर निगम के 200 मीटर दायरे में धारा 144 लगा दी। बावजूद इसके महापौर समेत पार्षद पुलिस की नाकाबंदी तोड़कर धरने पर बैठ गए। दूसरे दिन पार्षदों ने नगर आयुक्त का पुतला बनाकर जूतों से पीटा। फिर अगले दिन पुतला फूंका। इस पर प्रशासन ने छह पार्षदों, दो पूर्व पार्षद समेत 29 लोगों के खिलाफ धारा 144 के उल्लंघन की रिपोर्ट दर्ज करा दी।

डीएम बोले - शासन की प्राथमिकता जनसमस्याओं का निस्तारण

जिलाधिकारी वीरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि शहर में जनसुविधाओं की स्थिति को देखते हुए नगर आयुक्त अपने कार्यालय में बैठेंगे। उन्हें रोका नहीं जाना चाहिए। शासन की प्राथमिकता जनसमस्याओं का निस्तारण है। इसमें अड़चन नहीं आने दी जाएगी।

सपा पार्षद नहीं करेंगे विरोध प्रर्दशन

सपा पार्षद दल के नेता राजेश अग्रवाल ने कहा कि समाजवादी पार्टी की ओर से नगर निगम में किसी भी तरह का धरना देने या विरोध प्रदर्शन की घोषणा नहीं की गई है। कोई सपा का पार्षद ऐसा करता है तो उसकी जिम्मेदारी होगी।

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