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कोपा अमेरिका में मेजबान ब्राजील की फुटबॉल टीम को वेनेजुएला ने गोलरहित (0-0) बराबरी पर रोक दिया।...कोपा अमेरिका में मेजबान ब्राजील की फुटबॉल टीम को वेनेजुएला ने गोलरहित (0-0) बराबरी पर रोक दिया। इस दौरान ब्राजील के स्टार फिलिप कौटिन्हो द्वारा आखिरी लम्हों में किए गए गोल को वीडियो असिस्टेंट रेफरी (वार) की मदद से विवादस्पद तरीके से आयोग्य करार दिया गया।
खेल के 87वें मिनट में कौटिन्हो ने गोल करके ब्राजील के लिए क्वार्टर फाइनल में पहुंचने का रास्ता साफ कर दिया था, लेकिन मुकाबले में दूसरी बार चिली के रेफरी जूलियो बास्कुनान ने ब्राजील के गोल को वार की मदद से आयोग्य करार दिया। इस गोल को लिवरपूल के लिए खेलने वाले रॉबर्टो फर्मिनो द्वारा छूने की वजह से आयोग्य करार दिया गया, लेकिन वीडियो में देखकर यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि वह ऑफ साइड थे या नहीं। इससे पहले खेल के 38वें मिनट में भी फर्मिनो द्वारा किए गए गोल को फाउल की वजह से आयोग्य करार दिया गया था।
मुकाबला खत्म होने के बाद ब्राजील के खिलाडि़यों को मैदान से निकलते समय दर्शकों ने चिढ़ाया, लेकिन गोलरहित ड्रॉ के बावजूद ब्राजील ग्रुप-ए में दो मैचों में चार अंकों के साथ शीर्ष पर बरकरार रहा। उसे ग्रुप चरण में अभी एक और मुकाबला खेलना बाकी है। वहीं वेनेजुएला के पास दो मैचों में दो अंक है और उसके भी नॉकआउट चरण में पहुंचने की उम्मीदें बरकरार हैं।
पेरू की शानदार जीत : उधर, ग्रुप-ए के ही एक अन्य मुकाबले में पेरू, बोलिविया को 3-1 से हराकर नॉकआउट में पहुंचने के करीब पहुंच गया। पेरू के लिए कप्तान पाओलो ग्यूरेरो और स्ट्राइकर जेफरसन फर्फान के अलावा एडिंसन फ्लोरेस ने गोल किए। वहीं बोलिविया के लिए इकलौता गोल मार्सेलो मोरेनो ने किया। इस जीत के साथ चार अंक लेकर पेरू अंक तालिका में दूसरे स्थान पर पहुंच गया।
प्लाटिनी को किया गया रिहा
नांटेरे (फ्रांस), एएफपी : यूरोपियन फुटबॉल के पूर्व प्रमुख मिशेल प्लाटिनी को बुधवार को रिहा कर दिया गया। उन्हें कतर को 2022 विश्व कप की मेजबानी सौंपने के मामले की जांच कर रही फ्रांस की भ्रष्टाचार रोधी पुलिस ने मंगलवार को हिरासत में लिया था। इस मामले में प्लाटिनी से घंटो पूछताछ की गई। हालांकि फ्रांस के दिग्गज फुटबॉलर रहे प्लाटिनी ने अपने ऊपर लगाए गए आरोपों से इन्कार किया है। प्लाटिनी को 2007 में यूरोपीय फुटबॉल की संचालन संस्था का प्रमुख चुना गया था। तीन बार बैलन डि ओर का खिताब हासिल करने वाले प्लाटिनी के 2016 में ब्लाटर की जगह फीफा अध्यक्ष बनने की उम्मीद थी, लेकिन इसके बाद वह विवादों में फंस गए और तब से खुद को पाक साफ साबित करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उधर ब्लाटर ने कहा है कि इस मामले में प्लाटिनी से पूछताछ पर बहुत हैरान हैं क्योंकि उन्होंने उनकी मदद नहीं की थी।