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RGA न्यूज लखीमपुरखीरी
फरधान थाना क्षेत्र के रुकुंदीपुर में इलाज के लिए रुपए निकालने गए एक दिव्यांग, बुजुर्ग की बैंक परिसर में ही मौत हो गई। जिससे वहां अफरा तफरी का माहौल पैदा हो गया। लोगों ने बैंक की कार्य प्रणाली पर कई आरोप लगाए और हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस ने लोगों को समझा बुझाकर मामला शांत कराया।
फरधान थाना क्षेत्र के ग्राम लकसर निवासी आमीन पुत्र बचान दिव्यांग था। वह काफी अर्से से बीमार चल रहा था। उसके बैंक खाते में सिर्फ 13 सौ रुपए बचे थे। बताते हैं कि सोमवार को वह दामाद मुस्तकीम के साथ इलाज के लिए खाते में बचे 13 सौ रुपए निकालने रुकुंदीपुर स्थिति इलाहाबाद यूपी ग्रामीण बैंक गया था। जहां कैशियर को बाउचर दिया। दामाद का कहना है कि आमीन सीढ़ी चढ़ नहीं सकते थे। उनको नीचे जीने के पास बिठा दिया गया। वह ऊपर कई बार गया, लेकिन पैसा नहीं निकल सका। दामाद का कहना है कि कैशियर ने 13 सौ रुपए निकालने से मना कर दिया। इलाज का कोई सहारा न था। जैसे ही काउंटर से वापस हुए कि आमीन की मौत हो गई। जिससे बैंक में अफरा तफरी मच गई। सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। मृतक आमीन के परिजनों को समझा बुझाकर मामला शांत किया और शव गांव भेजवाया। मृतक आमीन के दामाद मुस्तकीम का कहना है कि कैशियर ने समय से भुगतान दे दिया होता तो आमीन का इलाज हो सकता था। शाखा प्रबंधक सुनील कुमार का कहना है कि आमीन को विकलांग पेंशन मिलती थी। खाते में सिर्फ 13 सौ रुपए ही थे। जबकि खाते में एक हजार रुपए रहना चाहिए। कैशियर अनूप कुमार वर्मा का कहना है कि आमीन की मौत बैंक परिसर में नहीं हुई। वह मृत अवस्था में ही यहां आए थे। जिस कारण भुगतान नहीं दिया गया।