लाखों की रकम साफ, शहर के नाले रह गए गंदे के गंदे 

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RGA News, कानपुर

सीसामऊ नाले की सफाई में लाखों रुपये साफ कर दिए गए। ये और बात है कि सिल्ट साफ नहीं हो सकी।...

कानपुर:-सीसामऊ नाले की सफाई में लाखों रुपये 'साफ' कर दिए गए। ये और बात है कि सिल्ट साफ नहीं हो सकी। अभियंताओं व कर्मचारियों ने अतिक्रमण हटाए बिना और स्लैब तोड़े बिना ही सफाई का जो खेल 'रचा' वह पहली ही बारिश ने उजागर कर दिया। जल निगम ने जांच की भ्रष्टाचार की परतें खुलने लगीं। सामने आया कि नाले में अभी भी 2.70 मीटर मोटी सिल्ट जमा है। जो जल निकासी में बड़ा अवरोध है। 
हैरानी की बात तो ये है कि अवर अभियंता, अधिशाषी अभियंता और मुख्य अभियंता को इस बात की जानकारी ही नहीं कि सफाई में खर्च कितना आया। फिलहाल जल निगम ने जगह-जगह जमा सिल्ट की रिपोर्ट तैयार कर जिलाधिकारी विजय विश्वास पंत को सौंप दी है। घरों तक पहुंचा पानी सीसामऊ नाला चोक होने से पहली बार गंदा पानी खलासी लाइन, ग्वालटोली, अहिराना, तिलक नगर के घरों तक पहुंच गया। इससे लाखों रुपये का सामान बर्बाद हो गया। ऐसे नहीं होती सफाई कभी भी आधे खुले नाले की सफाई नहंी होती, लेकिन ऐसा किया गया क्योंकि सिर्फ सफाई दिखानी थी। 
फरवरी माह में मशीन लगाई गई, लेकिन सफाई नहीं हुई। दो दिन पहले तीन ट्रक सिल्ट निकाली गई। पूर्व मंत्री के आवास के सामने पटा नाला जल निगम की टीम ने रविवार को नाला सफाई की जांच की तो पाया कि पूर्व मंत्री प्रेमलता कटियार के घर के सामने ही साढ़े चार मीटर नाले में 2.70 मीटर तक सिल्ट जमा है। जल निगम के परियोजना प्रबंधक घनश्याम द्विवेदी ने बताया कि अतिक्रमण हटाए बिना नाला कैसे साफ हो सकता है। खर्च के बारे में पता नहीं नाला सफाई में कितने मजदूर, पोकलैंड मशीनें लगीं और कितना पेट्रोल खर्च हुआ इसका कोई लेखा जोखा ही नहीं है। अवर अभियंता आरपी सिंह, अधिशाषी अभियंता पुनीत ओझा और मुख्य अभियंता मनीष सिंह को इस बारे में कुछ पता ही नहीं। नाला सफाई की रिपोर्ट जिला ग्राम विकास अभिकरण के परियोजना निदेशक द्वारा 26 जून को नाला सफाई की जांच की गई। इसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी गई है। 
-हरी बिल्डिंग से प्रताप होटल तक और यहां से जनता ट्रांसपोर्ट तक : कई जगह नाले की सफाई ही नहीं हुई। 
-वारीपुर ग्रेटर कैलाश से वाजिदपुर तक : कूड़ा कचरा भरा पड़ा है। यहां टेनरी का भी पानी आता है।   
-वीआइपी रोड गल्ला गोदाम होते हुए छबीलेपुरवा मोड़ तक नाला- नाले में पॉलीथिन व कचरा भरा पड़ा है।   
-पटेल नगर में -सफाई ही नहीं की गयी है।   
-बीबीपुर से पुराने जीटी रोड व जगतापुर नाला- नाला साफ नहीं किया गया है। बारिश में ओवरफ्लो हो जाता है। 
-नाला सफाई की जांच कराई जाएगी। बारिश के बाद जो सिल्ट आई है उसकी सफाई कराई जा रही है। मशीनों के माध्यम से नाला साफ कराया जा रहा है। जल निगम को भी नाले में लगी जाली साफ करने को कहा है। -संतोष कुमार शर्मा, नगर आयुक्त

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