किताबों से पढ़कर गरीबी समझने की जरूरत नहीं'- पीएम

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RGANews व्यूरोचीफ

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लंदन के वेस्टमिंस्टर सेंट्रल हॉल में 'भारत की बात, सबके साथ' कार्यक्रम को संबोधित कर रहे हैं। पीएम मोदी 'कॉमनवेल्थ हेड्स ऑफ गवर्नमेंट मीटिंग'(सीएचओजीएम) में हिस्सा लेने के लिए लंदन में हैं। यहां उन्होंने प्रिंस चार्ल्स और ब्रिटिश प्रधानमंत्री टेरेसा मे से मुलाकात की। पीएम मोदी ने यहां प्रिंस चार्ल्स के साथ एक प्रदर्शनी में हिस्सा भी लिया। अपने संबोधन में पीएम ने कहा कि मुझे किताबों से पढ़कर गरीबी के बारे में जानने की जरूरत नहीं। मैं खुद गरीबी में रहा हूं।    

प्रधानमंत्री के संबोधन से जुड़ी अन्य दस बातें -

1- भारत ने कभी किसी की भी जमीन हड़पने का प्रयास नहीं किया। प्रथम और द्वितीय विश्वयुद्ध में 1.5 लाख भारतीय सिपाहियों ने शहादत दी थी, जबकि हमारी कोई लड़ाई नहीं थी। हिंदुस्तान को देश पर नजर उठाने वालों को उनकी भाषा में जवाब देना जानता है। भारतीय सेना का अधिकार था न्याय प्राप्त करना और सर्जिकल स्ट्राइक के जरिए हमने किया-पीएम मोदी

2- प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन मे कहा कि मुझे किताबों पढ़कर गरीबी के बारे में जानने की जरूरत नहीं। मैं खुद गरीबी में रहा हूं। मैं जानता हूं कि गरीब होना और समाज के निचले स्तर से आना क्या होता है। मैं गरीबो के लिए काम करना चाहता हूं।    

3-  उन्होंने कहा कि भारत में 18,000 गांवों में बिजली नहीं थी। बहुत बड़ी संख्या में महिलाओं के लिए शौचालय की व्यवस्था नहीं थी। देश की इन सम्सयाओं ने मुझे सोने नहीं देती थी। मैं देश के गरीबों के जीवन में सकारात्मक बदलाव के लिए काम करना चाहता हूं। 

4- स्वंतत्रता संग्राम के संघर्ष में महात्मा गांधी ने बहुत ही अनोखा काम किया था। उन्होंने एक बड़े आंदोलन को खड़ा किया था। उन्होंने लोगों से कहा कि कि जो भी कुछ कर रहे हो वह देश की आजादी में योगदान देगा। इस समय भी देश में ऐसे ही एक आंदोलन की जरूरत है। 

5- जनता अगर फैसला कर ले तो चाय बेचने वाला भी उनका प्रतिनिधि बनकर रॉयल पैलेस आ जाता है। रॉयल पैलेस में आज बैठा आदमी सवा सौ करोड़ लोगों का एक सेवक है। ये भारत के लोकतंत्र की ताकत है।

6-जिस देश में सर्वोच्च पद सिर्फ एक परिवार तक ही सीमित था, ये सवा सौ भारतीयों का संकल्प ही कि एक चाय बेचने वाला व्यक्ति भी देश के सर्वोच्च पद पर बैठ सकता है।

7- हमने मां और बच्चों के स्वास्थ की चिंता करते हुए मैटरनिटी लीव 26 सप्ताह की कर दी है।

8- रेल की पटरी वाला मोदी ये नरेंद्र मोदी है, रॉयल पैलेस में बैठा मोदी सवा सौ करोड़ देशवासियों का सेवक है, वो नरेंद्र मोदी नहीं है।

9- आज सवा सौ करोड़ देशवासियों के दिल में इच्छाएं हैं, हमें खुशी है कि हमने ऐसा माहौल बनाया कि लोग हमसे ज्यादा की अपेक्षा करते हैं। कुछ लोगों को लगता है कि छोड़ो कुछ होने वाला नहीं है। मैं दूसरे प्रकार का इंसान हूं, मैं गिलास देखकर बताता हूं कि वह आधा पानी से भरा है और आधा हवा से भरा है।

10- देश को अपना समझकर काम करने की जरूरत है। लोकतंत्र में जनता को ज्यादा से ज्यादा जोड़ने की जरूरत। देश में मेरी अपील के बाद सवा करोड़ लोगों ने गैस सब्सिडी छोड़ी।

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