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RGA News, मेरठ
पीएम ने ‘मन की बात’ में मेरठ में हो जल संरक्षण की सराहना की थी और अब केंद्रीय वित्त मंत्री ने 256 जिलों में जल संरक्षण को बढ़ावा देने को बजट में जल शक्ति अभियान चलाने की घोषणा की है। ..
मेरठ:- शास्त्रीनगर के दो पार्को में चंदे से रेन वाटर हार्वेस्टिंग स्थापित कर जल संरक्षण की अलख जगाने वाले क्लब-60 के सदस्यों के कार्य के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुरीद हैं। पहले पीएम ने ‘मन की बात’ में इसकी सराहना की और अब केंद्रीय वित्त मंत्री ने 256 जिलों में जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए बजट में जल शक्ति अभियान चलाने की घोषणा की है। इसमें मेरठ की मौजूदगी भी तय है। वैसे तो जल संरक्षण के लिए यहां पहले से कोशिशें जारी हैं लेकिन अब प्रयास और बढ़ेंगे।
अभियान के बाद जागी सरकार
दैनिक जागरण जल संरक्षण को लेकर अभियान चला रहा है। पहले ‘आधा गिलास पानी’और अब ‘सहेज लो हर बूंद’ अभियान के बाद सरकार भी आगे आई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जून के आखिरी रविवार को मन की बात कार्यक्रम में शास्त्रीनगर के दो पार्को में क्लब-60 की ओर से रेन वाटर हार्वेस्टिंग यूनिट बनाने के कार्य को इस दिशा में प्रेरणास्रोत बताया था।
तालाबों को पुनर्जीवन मिलने की उम्मीद
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को बजट में यह कहकर इसे बल दिया है कि रेन वाटर हार्वेस्टिंग की बात हो या भूजल स्तर को ऊपर लाने की, इस पर काम करना होगा। इसके साथ ही 256 जिलों में जल शक्ति अभियान शुरू होने की जानकारी भी दी गई है। ये वह जिले हैं जहां जलस्तर नीचे है। मेरठ में जल शक्ति अभियान से तालाबों को पुनर्जीवन मिलने की उम्मीद बढ़ी है। रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाकर भूगर्भ जल स्तर को ऊपर उठाने के लिए भी बड़ी संख्या में लोग आगे आएंगे।
लेकिन चुनौतियां भी है सामने
केंद्र सरकार ने जलशक्ति मंत्रालय का गठन कर आम लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने की दिशा में कदम बढ़ाया है। इससे गांव और शहर के हर घर तक पेयजल पहुंचने की उम्मीद जगी है। हालांकि यह चुनौतीपूर्ण भी कम नहीं है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2024 तक ग्रामीण क्षेत्रों में हर घर नल, हर घर जल का लक्ष्य रखा है। शहर में जलापूर्ति के आंकड़ों नजर डालें तो हर घर पानी में पानी का कनेक्शन संभव नहीं हो सका है।
मांग में कई गुना इजाफा
जलकल विभाग के आंकड़े बताते हैं कि शहरी क्षेत्र में पानी कनेक्शनधारी केवल 1.23 लाख हैं। संपत्ति विभाग के मुताबिक शहरी क्षेत्र में टैक्स अदा करने वाले 2.78 लाख मकान हैं। 1.55 लाख मकानों में पानी के कनेक्शन की दरकार है। नगर निगम सीमा में शामिल गांवों में पीने के शुद्ध पानी की आपूर्ति की मांग बढ़ रही है। भूगर्भ जल स्तर गिरने के बाद मांग में कई गुना इजाफा हुआ है। लोगों को शुद्ध पेजयजल भी नहीं मिल पा रहा है। साल दर साल बड़ी संख्या में नई कालोनियां विकसित हो रही हैं। ऐसे में केंद्र सरकार के जल जीवन मिशन से शहर को भी फायदा पहुंचेगा।
जल संरक्षण को होंगे यह प्रयास
केंद्र सरकार जल शक्ति अभियान के जरिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग, वाटर कन्जर्वेशन और वाटर मैनेजमेंट को बढ़ावा देगी। ब्लॉक स्तर पर भूगर्भ जल स्तर के आंकड़े जुटाए जाएंगे और फिर जल संरक्षण को मिशन के तौर पर लागू किया जाएगा। वर्षा जल संचयन की नीतियां बनाकर लोगों को अभियान से जोड़ा जाएगा।
गगोल से शुरू हो चुका अभियान
जलशक्ति अभियान के तहत मेरठ के गगोल गांव में कुछ दिन पूर्व प्रभारी मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह तालाबों के गहरीकरण का शुभारंभ किया था। इसके बाद नगर निगम ने 18 तालाबों की कार्ययोजना के साथ काशी और अब्दुल्लापुर के एक-एक तालाब की खोदाई शुरू करा दी है।
क्लब-60 और उसकी भूमिका
जल संरक्षण के क्षेत्र में क्लब-60 ने नायाब काम किया। शास्त्रीनगर की जयहिंद सोसायटी में क्लब-60 की ओर से चंदा एकत्र करके टैगोर पार्क में तीन साल पहले और श्रीकृष्ण पार्क में गत 24 जून को रेन वाटर हार्वेस्टिंग यूनिट की स्थापना हुई है। सोसायटी के सरदार अजित सिंह ने अपने घर में यूनिट स्थापित की है। क्लब-60 सेवानिवृत्त अधिकारियों-कर्मचारियों की संस्था है। जयहिंद सोसायटी में रहने वाले महेश रस्तोगी और हरि विश्नोई इस संस्था को संचालित कर रहे हैं। यह सोसायटी एच और जे ब्लॉक को मिलाकर बनाई गई है।