बरसाती पानी सहेजने को दलेलनगर का तालाब तैयार

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RGA News, बदायूं

ग्रामीणों ने दलेलनगर के तालाब की तस्वीर बदल दी। उसे पानी सहेजने के लायक बना दिया।...

- मनरेगा के मजदूरों का भी तालाब की खोदाई में लिया गया सहयोग संवाद सूत्र, उसावां (बदायूं) : अतिक्रमण की मार से कराह रहे तालाबों का अस्तित्व निखरने लगा है। शासन की मंशा पर प्रशासनिक सक्रियता भी नजर आ रही है लेकिन तालाबों की दशा और दिशा सुधारने का जब से दैनिक जागरण ने वीड़ा उठाया है तब से ग्रामीण भी जागरूक हो गए हैं। इसी क्रम में रिजोला ग्राम पंचायत के दलेल नगर गांव स्थित डेढ़ एकड़ का तालाब भी जल सहेजने को तैयार है। ग्रामीणों ने श्रमदान किया। मनरेगा के मजदूरों ने फावड़ा चलाया तो तालाब की तस्वीर बदल गई। अब इसमें बारिश का पानी एकत्रित हो सकेगा। तालाब में पानी भरेगा तो मवेशियों के लिए पानी कि दिक्कत दूर हो जाएगी और भू-जल स्तर पर भी ऊपर आएगा।

दलेलनगर का तालाब पर चारों तरफ अतिक्रमण हो गया था। डेढ़ एकड़ का यह तालाब सिकुड़ता जा रहा था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस पर अपनी चिता व्यक्त कर चुके हैं। तालाबों का आस्तित्व विहीन होना इसका मुख्य कारण है। बरसात के जल संचय का तालाब मुख्य स्त्रोत हैं। शासन के निर्देश पर जल संचय के लिए ब्लॉक क्षेत्र में अतिक्रमण में दबे तालाबों को कब्जामुक्त कराकर उनकी खोदाई का काम शुरू हो गया है। डीएम दिनेश कुमार सिंह ने प्रधानों और सचिवों के साथ सभी बीडीओ की मीटिग लेकर तालाबों की खोदाई का अभियान चलवाने का निर्देश दिया तो यहां दलेलनगर के तालाब की खोदाई का काम भी शुरू हो गया। प्रधान के आह्वान पर ग्रामीणों ने श्रमदान किया। ब्लॉक कर्मचारियों के सहयोग से मनरेगा से लगातार खोदाई कराई गई तो तालाब अब अपनी शक्ल में आ गया है। बारिश शुरू होने से पहले तालाब खोदाई का काम लगभग पूरा हो जाने से ग्रामीण भी बहुत खुश हैं। उनका कहना है कि अब गर्मी के दिनों में भी तालाब में पानी भरा रहेगा।

वर्जन ::

जिला प्रशासन का सहयोग मिला तो पहले से मनरेगा से खोदाई का काम शुरू करवा दिया था। ग्रामीणों का आह्वान किया तो दर्जनों लोग फावड़ा लेकर श्रमदान करने तालाब पहुंच गए। देखते ही देखते तालाब की सूरत बदल गई। अब तालाब में बारिश का पानी सहेजा जा सकेगा। चारों तरफ पौधे लगवाकर सुंदरीकरण कराया जाएगा।

- ममता शाक्य, प्रधान

 

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