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RGA News, दिल्ली
नई दिल्ली। देश के हर घर को बिजली कनेक्शन से जोड़ने के बाद सरकार जल्द ही पूरे देश में चौबीसों घंटे बिजली सुनिश्चित करने जा रही है। लेकिन तैयारी इसके बाद की भी है और यह तैयारी है दिन के अलग अलग हिस्से में बिजली की अलग अलग दर निश्चित करना। यानी सुबह में बिजली की दर अलग, दोपहर में अलग और शाम को अलग।
अभी तक की जो योजना है उसके मुताबिक दिन में बिजली की दर कम होगी क्योंकि राज्यों की बिजली वितरण कंपनियां सौर ऊर्जा से पैदा होने वाली बिजली की आपूर्ति करेंगी। ऐसे में घर में वाशिंग मशीन या बिजली खपत वाली दूसरी मशीनों का इस्तेमाल अगर दिन में किया जाएगा तो उससे बिजली की बिल कम आएगी। बिजली व रिनीवल ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने दैनिक जागरण को यह जानकारी दी।
सिंह ने बताया कि नई टैरिफ नीति का कैबिनेट नोट तैयार है जो देश के मौजूदा बिजली क्षेत्र को पूरी तरह से बदल देगा। अभी तक बिजली क्षेत्र की नीतियां बिजली पैदा करने वाली कंपनियों व आपूर्तिकर्ताओं के हिसाब से बनती थी लेकिन अब यह पूरा क्षेत्र ग्राहक के हितों के आधार से तय होगा। टैरिफ नीति स्मार्ट मीटर को घरों में लगाने को बाध्यकारी बना देगा। यह काम राज्यों की बिजली वितरण कंपनियों को करना होगा। पूरे देश में तीन वर्ष के भीतर हर घर में स्मार्ट मीटर लग जाएगा।
स्मार्ट मीटर से ग्राहक के लिए कितनी बिजली की खपत करनी है, इसकी गणना करना एकदम आसान बना देगा। बिजली वितरण कंपनियों के लिए विभिन्न स्त्रोतों से जो बिजली आएगी उसकी आपूर्ति की निगरानी करना भी स्मार्ट मीटर से आसान हो जाएगा। चूंकि वितरण कंपनियों को एक साथ कई स्त्रोतों से बिजली लेने की व्यवस्था होगी, इसलिए 24 घंटे के विभिन्न चरणों में अलग अलग बिजली की दरें भी तय की जाएंगी। इससे बिजली की ज्यादा खपत करने वाले उद्योग या कोई भी सामान्य उपभोक्ता भी जब बिजली की दर कम होगी तब इसकी खपत करके अपनी लागत कम कर सकेगा।