कड़ी सुरक्षा में निकला गया ताजुश्शरिया के उर्स का जुलूस 

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RGA News, बरेली

आगे-फोर्स चली पीछे-पीछे आला हजरत और ताजुश्शरिया की शान में नारे लगाते अकीदतमंदों का रैला चलता रहा। ...

बरेली-: ताजुश्शरिया मुफ्ती अख्तर रजा खां उर्फ अजहरी मियां के उर्स को लेकर दिनभर खींचतान की स्थिति रही। इस्लामिया मैदान की अनुमति निरस्त होने के बावजूद ज्यादातर मुरीद दरगाह के आसपास ही डटे रहे। शाम को परचम का जुलूस शहर में ही निकाला गया। प्रशासन की तरफ से उसे रोकने का प्रयास नहीं किया गया। हां, इस्लामिया मैदान को आयोजन की भनक पर सील कर दिया गया। वहां पीएसी तैनात कर दी गई।

उर्स स्थल का एलान न होने से चिंतित जिला प्रशासन मंगलवार को पूरी तरह चौकन्ना रहा। शाम छह बजे कोहाड़ापीर स्थित सय्यद कैफी अली के आवास से परचम कुशाई के साथ उर्स का आगाज हुआ। वहां रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) पीएसी, पुलिस के जवानों के साथ पुलिस-प्रशासन के आला अधिकारी मौजूद थे। आगे-फोर्स चली, पीछे-पीछे आला हजरत और ताजुश्शरिया की शान में नारे लगाते अकीदतमंदों का रैला चलता रहा। शाम को जुलूस दरगाह पहुंचा। सज्जादानशीन मुफ्ती असजद मियां ने परचम लेकर अन्य रस्में अदा कीं। साथ ही मथुरापुर स्थित मदरसा जामियातुर्रजा में उर्स मनाने का एलान किया। साफ हो गया है कि उर्स मथुरापुर में होगा। बुधवार को कुल भी मथुरापुर में ही मनाया जाएगा।

सज्जादानशीन मुफ्ती असजद मियां ने मथुरापुर में उर्स मनाने का एलान किया है। मस्जिदों के इमाम भी यह एलान करें। ताकि अवाम बुधवार को भी मथुरापुर में पहुंचे। -सलमान हसन खां, उर्स प्रभारी  

सुब्हानी मियां ने शासन-प्रशासन के प्रति जताई नाराजगी

ताजुश्शरिया मुफ्ती अख्तर रजा खां उर्फ अजहरी मियां के इस्लामिया इंटर कॉलेज मैदान में होने वाले उर्स की अनुमति रद करने के चौथे दिन दरगाह आला हजरत से प्रतिक्रिया आई है। दरगाह प्रमुख मौलाना सुब्हान रजा खां सुब्हानी मियां ने उर्दू में खुला पत्र लिखकर शासन और प्रशासन के प्रति सख्त नाराजगी जताई है। उन्होंने लिखा कि ‘उर्स की संवैधानिक अनुमति निरस्त कर जिला प्रशासन ने लाचारी का सुबूत दिया है। इस घटना ने पूरी दुनिया में बरेली को बदनाम किया है। खैर, अल्लाह वालों के उर्स हमेशा होते रहेंगे।' अकीदतमंदों से अपील है कि वे सब्र से काम लें। शांति का संदेश दें। बड़ी तादाद में जायरीन उर्स में आएं। कानून-व्यवस्था कायम रखने में सहयोग करें।

खानकाह लियाकती में सजी जश्न की महफिल

कैंट के सदर बाजार स्थित खानकाह लियाकती, अजीजी हसनी में सूफी मुहम्मद हसन शाह सुल्तानुल औलिया का 40वां जश्न-ए-ख्वाजा हसन, शानो-शौकत के साथ मनाया जा रहा है। मंगलवार को सूफी जावेद हुसैन शाह की सरपरस्ती में कलामों की महफिल सजी। सूफी मुहम्मद हनीफ मियां ने जोड़ा-पोशी की।

अफवाहों से दांव पर लगा रहा शहर का अमन

ताजुश्शरिया के उर्स स्थल को लेकर प्रशासन और उर्स कमेटी के बीच तनातनी ने मंगलवार को दिनभर अफवाहों का बाजार गर्म रखा। सोशल मीडिया ने इस आग में और घी डाला। इससे शहर का अमन दांव पर लगा रहा। बेचैन शहरवासी एक-दूसरे को फोन कर उर्स का हाल जानते रहे। दरगाह से जब मथुरापुर में उर्स का एलान हुआ, तब माहौल में टेंशन थोड़ी कम हुई। दोपहर करीब तीन बिहारीपुर ढाल के पास पुलिस पिकेट डेरा डाले थी। बाइक तक अंदर ले जाने पर रोक थी। इसलिए क्योंकि कोहाड़ापीर से परचम कुशाई का जुलूस आना था। पुलिस चौकन्ना थी कि कहीं कोई खुराफाती शरारत कर माहौल न खराब कर दे। अफसरों से लेकर सिपाहियों तक के चेहरों से यह चिंता साफ झलक रही थी। वहीं, खुफिया विभाग पूरी तरह से सक्रिय रहा। जुलूस से लेकर इस्लामिया मैदान तक निगाहें गढ़ाए रहा। भीड़ से लेकर माहौल तक की पल-पल की खबर से शासन को अपडेट कराया जा रहा था।

जंक्शन से लेकर सड़कों तक अलर्ट रही पुलिस

उर्स को लेकर पुलिस-प्रशासन ने भी अपनी तरफ से पूरी तैयारी कर ली थी। जंक्शन से लेकर शहर की सड़कों तक पर पुलिस दिन भर अलर्ट रही। दिन में इंस्पेक्टर जीआरपी व आरपीएफ जंक्शन परिसर पर घूमते रहे। जंक्शन के बाहर भी पुलिस निगाह रखे रही। हालांकि जंक्शन पर कोई खास भीड़ नहीं उमड़ी। सड़कों पर भी जगह-जगह पुलिस फोर्स तैनात की गई थी। किसी भी विषम परिस्थितियों से निपटने के लिए क्यूआरटी दस्ते बनाए गए थे। पैरामिलिट्री फोर्स भी तैनात थी।

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